ब्याज से आप क्या समझते हैं ?
ब्याज का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning and Definition of Interest)
साधारणतया ब्याज से आशय उस राशि से है जो पूँजी की सेवाओं के बदले में पूँजीपति को दी जाती है। दूसरे शब्दों में, ब्याज पूँजी या ऋण के प्रयोग के लिए पुरस्कार है। विभिन्न अर्थशास्त्रियों ने ब्याज की भित्र-भित्र परिभाषायें दी हैं जिनमें से मुख्य परिभाषायें निम्न हैं-
प्रो० कीन्स के अनुसार, “ब्याज किसी व्यापार में पूँजी के प्रयोग की कीमत है। “
प्रो० विकसल के अनुसार, “ब्याज एक भुगतान है जो पूँजी को उधार लेने वाला, उसकी उत्पादकता के कारण ब्याज के प्रतिफल के रूप में देता है।”
मार्शल के अनुसार, “ब्याज ऋणयोग्य कोषों के प्रयोग के लिए दी जाने वाली कीमत है।”
मेयर्स के अनुसार, “ब्याज किसी व्यापार में पूँजी के प्रयोग के लिए दी जाने वाली कीमत है।”
उपरोक्त परिभाषाओं के अध्ययन से स्पष्ट है कि पूँजी अथवा ऋण योग्य कोषों के उपयोग के बदले दिए जाने वाले पुरस्कार को ही ब्याज कहते हैं।
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