मौसम और जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वो को लिखिये।
मौसम और जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्व: बच्चों हम यह बात भली-भांति जानते है कि पृथ्वी की गतियां आंतरिक और बाह्य शक्तियां हमारे पर्यावरण और उसके जीवन को किसी न किसी रूप में अवश्य प्रभावित करते है। इस सबका मौसम और जलवायु पर प्रभाव पड़ता है तथा मौसम और जलवायु का मानव जीवन पर। अतः हम समझे कि ये कौन-कौन से तत्व है जो मौसम और जलवायु को तथा मानव जीवन और उसकी गतिविधियों को प्रभावित करते हैं। वास्तव में ये तत्व है :
1. भूमध्य रेखा से दूरी:- स्मरण रहे कि भूमध्य रेखा के समीप वाले स्थान दूर वाले स्थान की अपेक्षा गर्म होते है, अतः भूमध्य रेखा की दूरी का प्रभाव पड़ता है।
2. समुन्द्र तल से ऊंचाई:- जो स्थान समुद्र तल से जितने अधिक ऊंचे स्थित होते हैं उनकी जलवायु उतनी ही ठण्डी होती है क्योंकि प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर 1. डिग्री से. तापमान कम हो जाता है।
3. समुन्द्र तट से दूरी:- समुद्र तटीय क्षेत्रों में दिन में जल समीर और रात में थल समीर चलते है जिससे पास के प्रदेश गर्मियों में अधिक गर्म और जाड़ों में अधिक ठण्डे रहते हैं।
4. हवाएं:- समुद्र से आने वाली हवाएं अपने समकारी प्रभावों से. जलवायु को सम बनाती है। इसके विपरीत स्थल से आने वाली शुष्क हवाएं शुष्क होने के कारण जलवायु को विषम बना देती है।
5. समुद्री धाराएं:- समुद्र में बहने वाली धाराएं समीप के क्षेत्र से शील प्रकोप को रोककर जलवायु को प्रभावित करती है। जैसे इंग्लैण्ड की जलवायु गल्फस्ट्रीम से प्रभावित है।
6. पहाड़ों की स्थिति एवं भूमि का ढाल:- हिमालय पर्वत शीतकाल में मध्य एशिया से आने वाली ठण्डी हवाओं को रोककर भारत की जलवायु को ठण्डा होने से बचाती है। सूर्य के सामने ढाल वाले प्रदेश विमुख ढाल वाले प्रदेशों की अपेक्षा अधिक गर्म रहते है।
7. वर्षा की स्थिति:- जिन क्षेत्रों में पर्याप्त वर्षा होती है उसकी जलवायु उन क्षेत्रों से जिनमें वर्षा बहुत कम होती है, अधिक सुहावनी होती है।
8. वनस्पति:- जिन क्षेत्रों में वनस्पति सघन रहती है, उन स्थानों पर जलवायु सम रहती है। वनस्पति विहीन क्षेत्रों की जलवायु कम से कम दिन में गर्म रहती है।
9. भूमि की प्रकृतिः- रेतीली व पथरीली भूमि अधिक गर्म और अधिक ठण्डी हो जाती है। इसलिए वहां अधिक गर्मी और ठण्ड पड़ती है।
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