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आप अपने छात्रों को किस प्रकार अभिप्रेरणा प्रदान करेंगे?

आप अपने छात्रों को किस प्रकार अभिप्रेरणा प्रदान करेंगे?
आप अपने छात्रों को किस प्रकार अभिप्रेरणा प्रदान करेंगे?

आप अपने छात्रों को किस प्रकार अभिप्रेरणा प्रदान करेंगे? यह भी बताइए कि अभिप्रेरणा प्रदान करते समय आप कौन-कौन सी सावधानियाँ रखेंगे?

सफल एवं उच्चस्तरीय अधिगम के लिये छात्रों को अभिप्रेरणा प्रदान करना अति आवश्यक है। छात्रों को अभिप्रेरित करने के लिये निम्नलिखित उपाय काम में लाये जा सकते हैं-

1. प्रतिस्पर्धा – आमतौर पर बालक-बालिकाओं में अपने रुचिपूर्ण कार्यों में भाग लेने की आदत होती है। किन्तु प्रतिस्पर्धा के कारण वे ऐसे कार्यों में भी उत्साह तथा सफलता के साथ भाग लेते है जिनमें उनकी रुचि कम ही होती है। अध्यापक विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर छात्रों को कार्य के प्रति अभिप्रेरित कर सकता है।

2. जीवन से सम्बन्ध स्थापना- हम उन कार्यों को प्रेरणा के साथ करते है तथा उनके विषय में अधिक-से-अधिक जानने की चेष्टा करते हैं जो हमारे लिये उपयोगी हो तथा हमारे जीवन से सम्बन्धित हों। जो बातें हमारे जीवन से सम्बन्ध नहीं रखती या जो हमारे लिये उपयोगी नहीं है उनमें हमारी कोई रुचि नहीं होती है। अतः अध्यापक को चाहिये कि वह पाठ्य-वस्तु को छात्रों के जीवन से सम्बद्ध करे तथा उसकी उपयोगिता छात्रों को बताये।

3. दण्ड एवं पुरस्कार- कृत्रिम प्रेरकों के रूप में दण्ड एवं पुरस्कार का भी प्रयोग किया जा सकता है। बालक को जब कोई अच्छा कार्य करके सफलता प्राप्त हो तो उसे पुरस्कृत किया जाये तथा गलत कार्य के लिये दण्डित किया जाये। इससे बालक अच्छा कार्य करने के लिये अभिप्रेरित होंगे तथा गलत कार्य करने से बचेंगे।

4. आत्म गौरव – प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक एडलर का मत है कि व्यक्ति के जीवन में आत्म-गौरव का बड़ा महत्व है। प्रत्येक व्यक्ति आत्म-गौरव के साथ आगे बढ़ना चाहता है। यदि कोई व्यक्ति किसी क्षेत्र में पिछड़ जाता है तो अपने आत्म-गौरव के कारण वह दूसरे किसी क्षेत्र में प्रगति करने हेतु प्रेरित हो जाता है। बालकों के आत्म-गौरव को बढ़ाकर भी उन्हें अभिप्रेरणा दी जा सकती है।

5. नवाचारों का प्रयोग – एक ही पद्धति से पढ़ते-पढ़ते बालक ऊब जाते हैं, इसलिये अध्यापक को चाहिये कि वह नवाचारों का प्रयोग करें।

6. पुनर्बलन- छात्रों को पुनर्बलन देकर भी अभिप्रेरित किया जा सकता है। पुनर्बलन सतत् या आवश्यकता पड़ने पर किया जा सकता है। पुनर्बलन कब व कैसे किया जाये, यह अध्यापक के विवेक पर निर्भर करता है।

सावधानियाँ

छात्रों को अभिप्रेरणा प्रदान करते समय नीचे लिखी सावधानियों की ओर ध्यान देना चाहिये-

  1. प्रतिस्पर्धा में असफल होने पर यह न समझा जाये कि बालक उद्देश्य की प्राप्ति कर ही नहीं सकता है। इस हेतु अन्य उपाय किये जाएँ।
  2. प्रतिस्पर्धा ऐसी ही जो विद्यालय व्यवस्था में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न करें।
  3. प्रतिस्पर्धा प्रतिद्वन्दिता का रूप न ले पाये। प्रतिस्पर्धा का वेग इतना न बढ़ जाये कि बालक अपना संवेगात्मक असन्तुलन ही खो दें।
  4. प्रतिस्पर्धा की सफलता को इतना महत्व न दिया जाये कि अन्य मानवीय गुणों की उपेक्षा ही हो जाये।
  5. प्रतिस्पर्धा बालक के मनोशारीरिक स्तर के अनुकूल हो ।
  6. बालकों के आत्मगौरव की ओर ध्यान दिया जाये। यदि ऐसा न हुआ तो अनुशासनहीनता बढ़ सकती है।
  7. बालकों को आत्मगौरव बढ़ाने तथा प्रदर्शन करने के विविध अवसर दिये जाएँ।
  8. दण्ड सावधानी से अपराध के अनुपात में, तुरन्त तथा सुधार हेतु दिया जाये।
  9. पुरस्कार देते समय ध्यान रखे कि बालक पुरस्कार के प्रति प्रतिबद्ध न हो जाये।
  10. पुरस्कार बालक को अति उत्साहित न करे तथा दण्ड उसकी भावनाओं को आहत न करे। सामूहिक दण्ड प्रायः निष्फल हो जाते हैं।

उक्त उपायों से हम बालक में अभिप्रेरणा जाग्रत कर सकते हैं।

इन उपायों के अलावा बालकों को अभिप्रेरित करने हेतु नीचे लिखे उपाय भी अपना सकते हैं।

  1. नवीन ज्ञान का पूर्व-ज्ञान से सम्बन्ध स्थापित करना।
  2. बाल केन्द्रित शिक्षण विधियाँ अपनाना तथा शिक्षण में बालकों की सहभागिता बढ़ाना।
  3. दक्षतापूर्ण शिक्षण तथा प्रभावी शिक्षण विधियों का प्रयोग करना।
  4. उद्देश्यों को सुनिश्चित करना।
  5. छात्रों को समय-समय पर परिणामों तथा उनकी प्रगति का ज्ञान देना।
  6. सीखने के लिये उपर्युक्त वातावरण का निर्माण करना।

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About the author

Anjali Yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

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