इकाई योजना से आपका क्या अभिप्राय है? समझाइये।
इकाई योजना
इकाई उपागम के प्रवर्तक प्रो. एच.सी. मॉरिसन थे। उनके मतानुसार विषय-वस्तु में दक्षता प्राप्त करने के लिए उसे इकाइयों में विभक्त करना चाहिए। इकाई योजना सम्पूर्ण शिक्षण प्रक्रिया का स्पष्ट चित्रण है। एक विषय के अन्तर्गत भी अनेक प्रकरण होते हैं किन्तु वे उस विषय ज्ञान के किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र या विभाग के अंदर होते हैं जो उस विषय की इकाई कहलाती है। इकाई का तात्पर्य ज्ञानानुभूति के एकीकृत रूप से है। यह पाठ्यक्रम का वह संगठित अंश है जो ज्ञान के किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र पर केन्द्रित होता है। प्रत्येक इकाई की अपनी संरचना होती है, जिसका ज्ञान होने पर उसमें निहित विभिन्न प्रकरणों का परस्पर सम्बन्ध स्पष्ट हो जाता है। प्रायः इकाई को पाठ या विषय-वस्तु का अंश मान लिया जाता है लेकिन इकाई का अर्थ इससे भिन्न होता है। इसका तात्पर्य ज्ञानानुभवों के एकीकृत रूप से है। ऐसे अनुभव जो कि आपस में सम्बन्धित हो तथा जिन्हें एक साथ पढ़ाया जा सके, शिक्षण इकाई के अन्तर्गत आते हैं।
इकाई का शाब्दिक अर्थ ज्ञान को एक सूत्र में पिरोना है। यह पाठयक्रम का वह संगठित अंश है जो ज्ञान के किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र पर केन्द्रित रहता है तथा जिसका ज्ञान होने पर उसमें निहित विभिन्न प्रकरणों का परस्पर संबंध स्पष्ट हो जाता है। प्रत्येक इकाई की अपनी संरचना होती है। हैनरी ने इकाई का अर्थ स्पष्ट करते हुए लिखा है “इकाई किसी विषय का एक बड़ा उपभाग होता है, जिसको किसी मूलभूत सिद्धान्त या प्रकरण के अनुसार ऐसे ढंग से नियोजित किया जाता है जिससे उन्हें विषय के आवश्यक तत्त्वों का पूर्ण ज्ञान हो जायं।” अथवा “इकाई रुचि के विशेष केन्द्रों पर आधारित कक्षा के सम्पूर्ण कार्य का खण्डों में विभाजन हैं”
सिद्धान्त या प्रकरण के अनुसार ऐसे ढंग से नियोजित किया जाता है जिससे उन्हें विषय के आवश्यक तत्त्वों का पूर्ण ज्ञान हो जायं।” अथवा “इकाई रुचि के विशेष केन्द्रों पर आधारित कक्षा के सम्पूर्ण कार्य का खण्डों में विभाजन हैं”
मॉरीसन- “इकाई-वातावरण, संगठित-विज्ञान, कला या आचरण का व्यापक 44 एवं महत्वपूर्ण अंग है जिसे लिखने से व्यक्तित्व में सामंजस्य आ जाता है।”
प्रेस्टान – ” एक जैसी वस्तुओं का समूह जो कि अधिगमकर्त्ता द्वारा बोधगम्य हो, इकाई कहलाती है।”
बौसिंग- “ इकाई के अन्तर्गत अर्थपूर्ण एवं एक-दूसरे से सम्बन्धित क्रियाओं की व्यापक श्रृंखला होती है जो विकसित होकर बालकों के उद्देश्य की पूर्ति करती है और महत्वपूर्ण शैक्षिक अनुभव प्रदान करती है जिसके परिणामस्वरूप बालकों के व्यवहार में वांछित परिवर्तन होता है।”
इकाई योजना में सम्पूर्ण इकाई के अध्यापन-बिन्दुओं को एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित किया जाता है। इन बिन्दुओं से सम्बन्धित प्राप्त उद्देश्यों को परिभाषित किया जाकर इनके अनुरूप अध्ययाध्यापन परिस्थितियों के निर्माण हेतु विचार किया जाता है। इकाई-योजना के सम्बन्ध में वाल्टर पियर्स तथा माइकल लीर्बर ने कहा जाता है। इकाई योजना के सम्बन्ध में वाल्टर पियर्स तथा माइकल लीर्बर ने कहा है “इकाई योजना अध्यापक द्वारा पूर्व चिन्तन कि शिक्षार्थी शिक्षण के एक अन्तराल में (सामान्यत: 3 से 6 सप्ताह) क्या प्राप्त करेंगे तथा कैसे सफलतापूर्वक प्राप्त करेंगे, को प्रदर्शित करती है।”
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