पाठ योजना की आवश्यकता पर टिप्पणी लिखिये।
पाठ योजना की आवश्यकता
डेविस ने इसकी आवश्यकता को इस प्रकार से बताया है – “कक्षा में जाने से पूर्व शिक्षक को पूरी तैयारी कर लेनी चाहिये क्योंकि शिक्षक की प्रगति के लिये कोई बात इतनी बाधक नहीं है जितनी कि शिक्षण की अपूर्ण तैयारी।” यह उत्तम शिक्षण में योग देती है तथा उत्तम शिक्षण का निर्माण करती है।
1. यह पाठ को सर्वोत्तम ढंग से पढ़ाने की सम्भावना बढ़ाती है।
2. यह अध्यापक को अपने शिक्षण कार्य को प्रभावी बनाने में सहायक है तथा उसकी शिक्षण योग्यता में निरन्तर वृद्धि करती है।
3. इसके द्वारा उत्तम शिक्षण का निर्माण सरलता से सम्भव है।
4. पाठ-योजना के आधार पर पाठ्य-वस्तु को तर्कसंगत, क्रमानुसार, सुव्यवस्थित तथा प्रभावशाली ढंग से रखना सम्भव होता है।
5. इसको तैयार करने से छात्रों का मानसिक विकास उचित प्रकार हो सकता है।
6. पाठ-योजना द्वारा शिक्षण के उद्देश्यों की प्राप्ति तथा उपयुक्त पाठ्य-वस्तु का निर्धारण सम्भव होता है।
7. इसके द्वारा समय, प्रयत्न तथा साधनों की बचत होती है तथा साथ-ही-साथ कम समय में अधिक ज्ञान देना भी सम्भव होता है।
8. इसके द्वारा उच्च कोटि का शिक्षण भी सम्भव है। साथ ही छात्रों की कठिनाइयों का अनुभव तथा परख की हुई सामग्री और नवीन सन्दर्भ देने भी सम्भव है।
9. पाठ-योजना द्वारा शिक्षक के व्यक्तित्व का भी ज्ञान होता है। इसमें शिक्षक ने किस ढंग से पाठ्य-वस्तु का संगठन, उद्देश्यों का वर्णन किया था उनको प्राप्त करने की युक्तियों का प्रयोग किस प्रकार किया है; सभी आती है।
10. इसके द्वारा शिक्षक को अपने ज्ञान तथा विचारों का प्रयोग करने का अवसर प्राप्त होता है इसके आधार पर शिक्षक अपने व्यावसायिक कौशल की प्रगति भी कर सकता है।
11. पाठ-योजना के द्वारा शिक्षक अपने कार्य का मूल्यांकन कर सकता है। यह कार्य पाठ-समाप्ति पर उद्देश्यों की प्राप्ति के आधार पर सम्भव है।
12. पाठ-योजना द्वारा शिक्षक में आत्मविश्वास आदि गुणों का विकास होता है।
13. प्रभावशाली पाठ-योजनाएँ वे कहलाती है जो वातावरण के आधार पर स्वयं शिक्षक द्वारा तैयार की जाती है।
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