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अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय
संयुक्त राज्य अमेरिका के सर्वकालिक महान राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने दास-प्रथा का समापन किया, अमेरिका को गृहयुद्ध से उबारा, संघीय सरकार में शक्ति का केंद्रीकरण कर सामाजिक एवं राजनीतिक संस्थाओं पर दूरगामी एवं अमिट प्रभाव छोड़ा।
अब्राहम लिंकन का संक्षिप्त जीवन परिचय
नीचे दी गई सूची में अब्राहम लिंकन का जन्म, परिवार, उपलब्धि एवं मृत्यु दर्शाई गई है-
जीवन परिचय बिन्दू | अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय |
पूरा नाम | अब्राहम थॉमस लिंकन |
जन्म | 12 फ़रवरी 1809 |
जन्म स्थान | होड्जेंविल्ले केंटुकी (अमेरिका) |
मृत्यु | 15 अप्रैल 1865 |
माता- पिता | थॉमस लिंकन, नेन्सी |
पत्नी | मैरी टॉड |
बच्चे | रोबर्ट, एडवर्ड, विल्ली और टेड |
व्यवसाय | वकील |
राष्ट्रीयता | अमेरिकन |
उपलब्धि | अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति |
अल्पशिक्षित किंतु प्रतिष्ठित पिता टॉमस लिंकन एवं मां नैंसी हैंक्स की संतान अब्राहम का जन्म हार्डिन काउंटी के दक्षिण-पूर्व में उस दलदली स्प्रिंग फार्म के लट्ठों के केबिन में हुआ था, जिसे पिता ने दो माह पूर्व ही खरीदा था। शिशु का नामकरण उनके दादा के नाम पर किया गया, जिन्हें स्थानीय निवासियों ने मार डाला था। अर्थाभाव और मुकदमेबाजी के चलते परिवार को बारंबार ठीहा बदलना पड़ा। पिता टॉमस 1811 में नाब क्रीक पर 30 एकड़ भूमि पट्टे पर लेकर कुलीन, कृषक एवं बढ़ई बने, मगर 1816 में इंडियाना और फिर 1830 में इलीनोइस आने को बाध्य हुए। युवा अब्राहम ने इन्हीं दिनों ओरलींस में गुलामों की नीलामी देखी, जिसने उन पर गहरा असर डाला। लिंकन के राजनीतिक जीवन का प्रारंभ 1832 में इलीनोइस जनरल असेंबली के चुनाव प्रचार से हुआ। कई धंधों में विफलता के बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई कर इलीनोइस में वकालत शुरू की। स्प्रिंगफील्ड में स्टीफन लेगान और बाद में व्हिग पार्टी के विलियम हर्नडन के साथ प्रैक्टिस कर उन्होंने अपार ख्याति व प्रतिष्ठा अर्जित की। 1834 से वे इलीनोइस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के चार टर्म सदस्य रहे और 1837 में ही उन्होंने सदन में दास प्रथा का प्रबल विरोध किया। 4 नवंबर, 1842 को मेरी टॉड से शादी की। चार संतानों में से एक ही संतान लंबे समय जीवित रही। 1885 में पड़पोते के निधन के साथ ही लिंकन वंशवृक्ष समाप्त हो गया। लिंकन 6 नवंबर, 1860 को अमेरिका के प्रथम रिपब्लिकन राष्ट्रपति चुने गए। अमेरिका के 16वें सबसे लंबे (6 फुट 4 इंच) के राष्ट्रपति लिंकन को सात दक्षिणी राज्यों के अलगाव से उपजे गृहयुद्ध का सामना करना पड़ा। उन्हें वेस्ट वर्जीनिया व नेवादा को अमेरिका में शामिल करने का श्रेय है। सामरिक मतभेदों के चलते उन्होंने बार-बार सेनापति बदले। दक्षिणी राज्यों के कमांडर ली ने अंततः 9 अप्रैल, 1865 को समर्पण किया, किंतु पांच दिन बाद ही अभिनेता बूथ ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। उन्हें ओकरिज सीमेट्री, स्प्रिंगफील्ड में दफनाया गया और देश विदेश में उनके हजारों स्मारक बने ।
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