जीवन परिचय

ईमोन डि वालेरा का जीवन परिचय | Eamon De Valera Biography in Hindi

ईमोन डि वालेरा का जीवन परिचय

Eamon de Valera

जन्म : 14 अक्टूबर, 1882

मृत्यु : 29 अगस्त, 1975

ब्रिटेन से आयरलैंड को आजादी की लड़ाई के पुरोधा वालेरा ने आयरिश गौरव की स्थापना की तथा द्वितीय विश्वयुद्ध में अपने अथक प्रयासों से आयरलैंड को अलग पहचान दी। कैनेडी व नेहरू से लेकर मंडेला तक विश्व की कई महान हस्तियां विलक्षण राजनेता गणितज्ञ वालेरा की मुरीद रहीं।

20वीं शती में आयरलैंड की अग्रणी शख्सियत वालेरा ने करीब आधी शताब्दी तक आयरलैंड का भाग्य संवारा। उन्होंने ब्रिटिश ताज, अधीनता व वर्चस्व से आयरलैंड को मुक्त कराया, कैथोलिक धर्म को सत्ता से अलग रखा, चर्चिल को दो टूक जवाब दिया, तटस्थता की नीति से टस मस नहीं हुए और 20वीं शती के वयोवृद्धतम राष्ट्राध्यक्ष का गौरव अर्जित किया। आयरिश मां केट गॉल और स्पेनी क्यूबाई शिल्पी पिता जुआन विविइन डि वालेरा की संतान ईमोन का जन्म न्यूयार्क सिटी में हुआ था । वे दो वर्ष के अबोध शिशु थे कि मां उन्हें लेकर आयरलैंड आ गई और पुनर्विवाह किया। 16 वर्ष की उम्र ब्लैकरॉक कॉलेज काउंटी, डब्लिन के लिए वजीफा प्राप्त मेधावी वालेरा ने रॉयल यूनिवर्सिटी, डब्लिन से गणित की उपाधि ली और गणित के प्रोफेसर होकर कई संस्थानों में एक साथ अध्यापन किया। एफआरएस से सम्मानित वालेरा 1922 से 1975 तक आयरलैंड राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी के चांसलर रहे। पोप 23वें ने उन्हें आर्डर ऑफ क्राइस्ट से सम्मानित किया तो अमेरिकी राष्ट्रपति कैनेडी ने उनके साथ अमेरिकन-आयरिश फाउंडेशन की स्थापना की। आयरिश भाषा, आयरिश संस्कृति, आयरिश अस्मिता और आयरिश गौरव के लिए समर्पित वालेरा 26 वर्ष की उम्र में गैलिक लीग से जुड़े। पांच साल बाद थर्ड बटालियन की कमान संभाल उन्होंने अप्रैल 16 के ‘ईस्टर राइजिंग’ के सशस्त्र विद्रोह में भाग लिया। कोर्ट मार्शल से उन्हें मृत्यदंड मिला, किंतु जंग के नाजुक दौर और अमेरिकी नागरिकता के कारण उनके प्राण बच गए। ब्रिटिश क्राउन के प्रति निष्ठा से इनकार कर उन्होंने आयरलैंड को ब्रिटेन के समकक्ष पायदान पद पर खड़ा किया। 1932 में आयरिश फ्री स्टेट की सत्ता संभालकर उन्होंने 1937 में अद्भुत संविधान की रचना की और लीग ऑफ नेशंस के अध्यक्ष रहे। वे 1938-48, 51-54 और 57-59 में प्रधानमंत्री और 1959 से 1973 तक आयरलैंड गणतंत्र के राष्ट्रपति रहे। जून 1973 में रिटायर हुए तो वे विश्व में 91 वर्ष के सबसे बुजुर्ग राष्ट्राध्यक्ष थे। वालेरा का जीवन चरित्र आज भी विश्व के मुक्तिकामियों का प्रेरणास्रोत है।

IMPORTANT LINK

Disclaimer

Disclaimer: Target Notes does not own this book, PDF Materials Images, neither created nor scanned. We just provide the Images and PDF links already available on the internet. If any way it violates the law or has any issues then kindly mail us: targetnotes1@gmail.com

About the author

Anjali Yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

Leave a Comment