इतिहास शिक्षण की क्षेत्र भ्रमण विधि पर प्रकाश डालिए।
इतिहास शिक्षण में क्षेत्र भ्रमण विधि
स्थानीय इतिहास को जानने एवं समझने का मुख्य साधन पर्यटन अथवा भ्रमण है। छात्रों को इतिहास सदैव कक्षा के बन्द वातावरण में ही नहीं पढ़ाया जाना चाहिए बल्कि जहाँ इतिहास घटा है, विकसित हुआ है वहाँ से उसे सीखने का अवसर देना चाहिए। यह बात स्थानीय इतिहास के लिए और भी उपयुक्त है। प्रत्येक नगर एवं ग्राम का अपना एक इतिहास होता है और उसकी क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय इतिहास में अपनी एक विशिष्ट भूमिका होती है। हमें चाहिए कि हम उन अवशेषों के आधार पर इतिहास की झलक देख सकें और उसकी अनुभूति कर सकें। उदयपुर में स्थित आहद के अवशेषों से सैदपुर भीतरी में स्थित समुद्रगुप्तकालीन अवशेषों तथा सारनाथ के अवशेषों आदि से बालक देश के इतिहास के बारे में अधिक सीख सकता है एवं इन्हीं संप्रत्ययों का विकास कर सकता है। चित्तौड़ दुर्ग स्थानीय इतिहास के पन्ने तो खोल ही देता है, साथ ही राष्ट्रीय इतिहास की एक झलक भी प्रस्तुत करता है। पुराने भवन, दुर्ग एवं ध्वंसावशेष, संग्रहालय, प्राचीन मन्दिर, मस्जिद एवं अन्य स्मारक वे साधन हैं जो इतिहास सीखने में मदद करते हैं। स्थानीय त्योहार, मेले, वीरगाथाएँ, जनश्रुतियाँ आदि अनेक ऐसे साधन हैं जो ऐतिहासिक दृष्टिकोण के निर्माण मदद करते हैं। आवश्यकता इस बात की है कि अध्यापक उत्साही, सूझ-बूझ वाला और रुचिशील हो। वह अपने छात्रों को स्वयं स्थानीय इतिहास से भिज्ञ करा सके। छात्र अध्यापक के निर्देश पर चित्र, मानचित्र, चार्ट या लेख द्वारा इस अवलोकित सामग्री को अपनी नोटबुक में उतारकर इतिहास का स्थायी ज्ञान कर सकते हैं।
स्थानीय इतिहास को जहाँ उचित हो, वहाँ क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय इतिहास को स्पष्ट करने में भी उपयोग में लाना लाभकारी होता है। भारत के बहुत गाँव और नगर हैं जिन्होंने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय इतिहास में अपना विशिष्ट योगदान दिया है, उदाहरणार्थ सारनाथ, पावापुरी, चित्तौड़, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, राजगृह, नालन्दा आदि ऐसे स्थान हैं, जहाँ इतिहास रचा गया है। ठीक प्रकार से पढ़ाये गये स्थानीय इतिहास से बालकों में अपने पूर्वजों के प्रति तथा अपनी संस्कृति एवं सभ्यता के प्रति लगाव स्थापित करने में मदद मिलती है।
इस प्रकार पर्यटन से बालकों को स्थानीय इतिहास की पूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। पर्यटन के माध्यम से ही बालक अपने भौतिक, सामाजिक एवं ऐतिहासिक तथ्यों से परिचय प्राप्त करता है, उसकी रुचि इतिहास में उत्पन्न होती है।
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