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उत्पादन खाता से क्या आशय हैं? उत्पादन खाता तथा लागत-पत्र में अन्तर

उत्पादन खाता से क्या आशय हैं? उत्पादन खाता तथा लागत-पत्र में अन्तर
उत्पादन खाता से क्या आशय हैं? उत्पादन खाता तथा लागत-पत्र में अन्तर
उत्पादन खाता से क्या आशय हैं? उत्पादन खाता तथा लागत-पत्र में अन्तर कीजिए।

उत्पादन खाता या लागत खाता (Production Account)- ऐसी संस्थाएँ जहाँ दोहरी लेखा प्रणाली प्रचलन में होती है, उत्पादित वस्तु की प्रति इकाई लागत की जानकारी हेतु उत्पादन खाता तैयार किया जाता है। इसे उत्पादन की एक इकाई का निर्माण खाता’ भी कहते हैं। यदि कोई संस्था उत्पादित वस्तुओं की इकाइयों की लागत को एक विवरण की सहायता से प्रदर्शित करती है तो उसे लागत-पत्र कहते हैं किन्तु यदि इन व्ययों, विक्रय एवं लाभ को एक खाते के रूप में दिखाया जाय तो इसे उत्पादन खाता, लागत खाता या निर्माण खाता कहेंगे। उत्पादन खाता का विस्तृत अध्ययन एक अलग अध्याय में किया जायेगा। यहाँ उत्पादन खाता का एक संक्षिप्त स्पष्टीकरण दिया जा रहा है।

दूसरे शब्दों में कह सकते है कि उत्पादन खाते का मुख्य उद्देश्य उत्पादन की इकाइयों की लागत जानने के साथ-साथ उनके विक्रय व उन पर लाभ का ज्ञान प्राप्त करना भी होता है। यदि किसी उत्पादन कार्य से हानि होती हो तो उसके व्ययों में कमी लाने का प्रयास किया जाता है या उस वस्तु का उत्पादन ही बन्द कर दिया जाता है।

उत्पादन खाता तथ लागत- पत्र में अन्तर

इन दोनों में अन्तर निम्नलिखित हैं।

अन्तर का आधार लागत- पत्र (Cost-Sheet)

उत्पादन खाता (Production Account)

स्वरूप यह एक विवरण पत्र है, खाता नहीं। इसमें नाम (Debit) एवं जमा (Credit) पक्ष नहीं होते। यह खाते के रूप में होता है जिसमें नाम (Debit) एवं जमा (Credit) पक्ष होते हैं।
दोहरा लेखा प्रणाली पर आधारित यह दोहरा लेखा प्रणाली पर आधारित नहीं होता है। यह तालिका के रूप में लागत विवरण प्रस्तुत करता है। यह दोहरा लेखा प्रणाली पर आधारित होता है। यह लागत को खाते के रूप में प्रस्तुत करता है।
व्यापारिक लेखों से तुलना इससे व्यापारिक लेखों की तुलना सरलता से नहीं की जा सकती है। इससे व्यापारिक लेखों की तुलना सरलता से की जाती है क्योंकि यह भी दोहरा लेख प्रणाली पर आधारित होता है।
विभिन्न अवधियों की तुलना इसमें एक अवधि की तुलना दूसरी अवधि से सरलता से की जा सकती है। इसमें एक अवधि की तुलना दूसरी अवधि से करने में कुछ कठिनाई होती है।

लागत नियन्त्रण

इससे लागत नियन्त्रण का कार्य सरल हो जाता है क्योंकि इसमें लागत का विस्तृत स्पष्टीकरण प्रस्तुत रहता है। यह लागत नियन्त्रण में लागत- पत्र की तुलना में कम सहायक होता है क्योंकि इसमें लागत का अलग से स्पष्टीकरण नहीं होता।
निर्माण इसके निर्माण में लागत लेखों की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि यह एक प्रारम्भिक लागत- पत्र होता है। इसका निर्माण लागत-पत्रों के आधार पर किया जाता है।
निर्माण की अवधि यह कार्य चलने के क्रम में भी बीच-बीच में बनाया जाता है। इसका निर्माण कार्य समाप्त होने पर ही होता है।
बहियों का प्रयो ये अलग-अलग पत्र पर ही बनाये जाते है अर्थात् बहियों में नहीं बनाये जाते। ये प्रायः बहियों में ही बनाये जाते हैं।

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Anjali Yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

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