Contents
मापन का अर्थ एवं परिभाषाएँ
मापन का अर्थ- हम किसी वस्तु संख्यात्मक अनुमान से लगा सकते हैं। इसमें मात्रा (कितनी-कितने) से सम्बन्ध होता है। बालक के व्यवहार, उसकी बुद्धि उपलब्धि आदि का मापन किया जाता है। यह देखा जाता है कि बालक ने कितना अनुभव, अधिगम और व्यवहार परिवर्तन किया है। इसमें किसी घटना या परिस्थिति को संख्या प्रदान करनी होती है। बालक का बौद्धिक स्तर कितना है ? वह कितना चिन्तनशील है ? मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों और विधियों द्वारा मापन प्रक्रिया को सरल बना दिया गया है। जैसा कि महान् मनोवैज्ञानिक गिलफोर्ड ने कहा है- “मापन वह प्रक्रिया है जिसमें किसी वस्तु अथवा घटना को तथ्यात्मक रूप से संख्या प्रदान की जाती है।” मापन के अन्तर्गत किसी भी चल राशि की मात्रा को व्यवस्थित करना होता है। आँकड़ों (संख्या) का महत्त्व प्रत्येक क्षेत्र में होता है और जहाँ तक संभव होता है, आँकड़ों या संख्या से प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकता है। अतः बालक के व्यवहार को अंकों में रखकर ज्ञात किया जाये तो वह सरल प्रक्रिया है। इसमें हमें बालक के विद्यमान शक्ति की मात्रात्मक सूचना मापन से ही प्राप्त हो सकती है। अतः कहना न होगा कि किसी वस्तु अथवा घटना व्यक्ति के गुणों की आँकड़ों के रूप में जानकारी (सूचना) प्राप्त करना ही मापन है। अंकों के सम्बन्ध में कितना तथा कितने से होता है, जैसे-
- वह 50 किलो वजन उठा सकता है।
- सोहन की मानसिक आयु 12 वर्ष है।
- ज्ञानेन्द्र की बुद्धि उपलब्धि 120 है।
मापन की परिभाषाएँ –
गिलफोर्ड के अनुसार, “मापन वह प्रक्रिया है जिसमें किसी वस्तु अथवा घटना को तथ्यात्मक (तर्कपूर्ण) रूप से संख्या प्रदान की जाती है।”
थार्नडाईक के अनुसार, “मापन का तात्पर्य है कि जिसका भी कोई अस्तित्व है उसका अस्तित्व कुछ परिणाम (संख्या) में होता है।”
आई.बी. वेस्ले के अनुसार, “मापन मूल्यांकन का वह अंग है जिसकी मात्रा, ” अंकों, प्रतिशत, माध्य और मध्यांक द्वारा व्यक्त किया जाता है।”
समरफील्ड के अनुसार, “मापन द्वारा परिमाणात्मक तथा मूल्यांकन द्वारा गुणात्मक निर्णय लेते हैं।”
मापन के अर्थ में निष्कर्ष रूप में यही कहा जा सकता है कि किसी व्यक्ति, घटना अथवा परिस्थिति को उचित रूप में अंकों में प्रस्तुत करने तथा सार्थक रूप से संकेतित करना ही मापन है।
IMPORTANT LINk
- समस्या समाधान विधि के चरण
- भूमि निर्वाह नीति की विशेषताओं का संक्षेप में उल्लेख कीजिए।
- शिक्षण योजना पर टिप्पणी लिखिये।
- भूमि निर्वाह नीति से आपका क्या अभिनय है? इसके चरणों को लिखिये।
- इकाई योजना से आपका क्या अभिप्राय है? समझाइये।
- वार्षिक योजना तैयार करने के चरणों को संक्षेप में लिखिये।
- राजनीति विज्ञान में समस्या समाधान विधि द्वारा समस्या चयन सम्बन्धी कौनसी सावधानियाँ रखी जानी चाहिए?
- सतत्- आन्तरिक मूल्यांकन एवं सत्रान्त-बाह्य मूल्यांकन की तुलना कीजिये ।
- सतत् व व्यापक मूल्यांकन (CCE) की संकल्पना को विकसित कीजिये।
- भूगोल शिक्षण में मूल्यांकन की विशेषताएँ
- कक्षा-कक्ष सहभागिता का आंकलन करने की मुख्य कसौटी किस प्रकार की हो सकती है?
- सामाजीकृत अभिव्यक्ति विधि के गुणों की विवेचना कीजिये।
- इकाई योजना के सोपानों को लिखिये।
- इकाई के प्रकारों का उल्लेख कीजियें।
- सतत् व व्यापक मूल्यांकन (CCE) की आवश्यकता को बताइये।
- पाठ योजना के प्रकार समझाइये।
- पाठ योजना की आवश्यकता | lesson plan required in Hindi
- दृष्टान्त सहित उदाहरण नीति से आप क्या समझते हैं?
- प्रोजेक्ट विधि के अर्थ एवं स्वरूप | Meaning and nature of project method in Hindi
Disclaimer