प्रबन्ध को परिभाषित कीजिए।
प्रबन्ध से आशय (Meaning of Management)
साधारण बोलचाल की भाषा में प्रबन्ध से आशय किसी कार्य को व्यवस्थित ढंग से करने की पद्धति से है। आधुनिक व्यवसाय के कुशल संचालन के सन्दर्भ में प्रबन्ध शब्द का प्रयोग दो अर्थों में किया जाता है।
संकुचित अर्थ में, प्रबन्ध दूसरे व्यक्तियों से कार्य कराने की युक्ति है और जो व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों से कार्य कराता है, उसे प्रबन्ध कहा जाता है।
व्यापक अर्थ में, प्रबन्ध एक कला एवं विज्ञान है, जो निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए विभिन्न मानवीय प्रयासों से सम्बन्ध रखता है।
इस प्रकार व्यवसाय में निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विभिन्न व्यक्तियों की क्रियाओं को नियन्त्रित एवं समन्वित करना ही प्रबन्ध कहलाता है ।
परिभाषाएँ – प्रबन्ध की प्रमुख परिभाषाएँ निम्न प्रकार हैं-
हेनरी फेयोल के अनुसार, “प्रबन्ध का अर्थ पूर्वानुमान, नियोजन, सगंठन, निर्देशन, समन्वय और नियन्त्रण करना है।”
अमेरिकी प्रबन्ध समिति के अनुसार, “प्रबन्ध मानवीय तथा भौतिक साधनों को क्रियाशील संगठनों की इकाइयों में लगाता है, जिसका उद्देश्य व्यक्तियों द्वारा कार्य को सम्पादित कराना होता है।”
कुण्ट्स एवं ओ’ डोनेल के अनुसार, “ प्रबन्ध से अधिक महत्वपूर्ण मानवीय क्रिया का अन्य कोई क्षेत्र नहीं है, क्योंकि इसका कार्य अन्य व्यक्तियों द्वारा कार्य को सम्पादित कराना होता है।”
इस प्रकार निष्कर्ष के रूप में कहा जा सकता है कि प्रबन्ध एक सुनियोजित एवं सतत प्रक्रिया है, जिसमें पूर्व निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए नियोजन, संगठन, निर्देशन और नियन्त्रण के द्वारा संगठन के मानवीय और भौतिक संसाधनों के मध्य प्रभावशाली समन्वय स्थापित करके, उत्पादकता में वृद्धि किस्म में सुधार, उत्पादन लागत में कमी तथा कर्मचारियों के साथ मधुर सम्बन्ध एवं संस्था के सामान्य उद्देश्य प्राप्त किये जा सकते हैं।
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