नागरिकता के प्रकार स्पष्ट करने के लिए शिक्षक कथन समझाइये।
Contents
नागरिकता के प्रकार :
- जन्मजात नागरिकता।
- राज्यकृत नागरिकता।
शिक्षक कथन
1. जन्मजात नागरिकता- जन्मजात नागरिकता उसे कहते हैं जो व्यक्ति को अपने जन्म के आधार पर मिलती है अर्थात् बच्चा पैदा होते ही इस राज्य का सदस्य या नागरिक बना जाता है। राज्य के अधिकतर नागरिक राज्य के जन्मजात नागरिक होते है। जन्मजात नागरिकता अपने आप मिल जाती है और उसके लिए कोई प्रयत्न नहीं करने पड़ते है। जन्म से ही बच्चा किसी न किसी राज्य का जन्मजात नागरिक बन जाता है। चाहे वह उस नागरिकता को बाद में रखना चाहे या न रखना चाहे।
शिक्षक कथन
2. राज्यकृत नागरिकता राज्यकृत नागरिकता उसे कहते है जो व्यक्ति को राज्य द्वारा प्रदान की जाती है। जन्म से तो वह किसी दूसरे राज्य का नागरिक होता है परंतु कुछ परिस्थितियों के कारण वह अपने राज्य को छोड़ देता है और किसी अन्य राज्य में रहने लगता है और उसके अपने मौलिक राज्य में वापस लौट कर जाने की संभावना नहीं होती है ऐसी दशा में वह व्यक्ति उस नए राज्य की नागरिकता प्रदान किये जाने की प्रार्थना करता है। राज्य उसकी प्रार्थना पर विचार करता है और यदि चाहे तो उसे नागरिकता प्रदान कर देता है। प्रत्येक राज्य की नागरिकता प्रदान करने के लिए कुछ शर्ते निश्चित करता है। जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए उस राज्य में व्यक्ति के निवास की शर्त अवश्य होती है।
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