लक्ष्य एवं उद्देश्यों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
लक्ष्य तथा उद्देश्यों में अंतर
उद्देश्य इच्छित लक्ष्य होते हैं, जबकि निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार शिक्षा देने के कारण प्राप्त होने वाले परिणाम हैं। उद्देश्य आदर्शवादी हैं, जबकि लक्ष्य व्यावहारिक है। लक्ष्य का अर्थ स्पष्ट करने के लिये कार्टर, वी. गुड ने लिखा हैं, लक्ष्य पूर्व निर्धारित साक्ष्य होता हैं जो किसी कार्य या क्रिया का मार्गदर्शन करता है। उद्देश्य में दूरदर्शिता होती है, साथ ही इसमें आदर्शवादिता होती है।
जब हम किसी उद्देश्य या लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कार्य करते हैं तो उसके लिए हमें जिन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखना पड़ता हैं उन्हें उस उद्देश्य के प्राप्य उद्देश्य कहते है। प्राप्य उद्देश्य वह मानदण्ड या लक्ष्य हैं जिसको छात्र द्वारा विद्यालय क्रिया को पूर्ण करके प्राप्त किया जाता हैं। इसके अर्थ को और अधिक स्पष्ट करते हुए गुड ने आगे लिखा है, प्राप्य उद्देश्य छात्र के व्यवहार में वह इच्छित परिवर्तन है जो विद्यालय द्वार पथप्रदर्शित अनुभव का परिणाम होता है। इस प्रकार प्राप्य उद्देश्य में व्यावहारिकता अधिक होती है।
लक्ष्य तथा उद्देश्य में निम्न अन्तर हैं-
लक्ष्य | उद्देश्य |
1. लक्ष्य का क्षेत्र व्यापक होता है। | 1. उद्देश्य का क्षेत्र सीमित होता है।” |
2. लक्ष्य एक सामान्य कथन है। | 2. उद्देश्य एक निश्चित कथन है। |
3. लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सम्पूर्ण विद्यालय-कार्यक्रम, समाज तथा राष्ट्र उत्तरदायी होता है। | 3. उद्देश्य लक्ष्य या उद्देश्य की छोटी-छोट शाखाएँ होती है। अतः इनकी प्राप्ति क दायित्व शिक्षक तथा पाठ विशेष की विषयवस्तु पर होता है। |
4. लक्ष्य में आदर्शवादिता होती है। अतः इसे पूर्ण रुप में प्राप्त करना संभव नहीं हैं। इसकी प्राप्ति हो भी सकती हैं। | 4. उद्देश्यों की प्राप्ति सम्भव हैं क्योंकि इसमें व्यवहारिकता होती है। दूसरे शब्दों में प्राप्य उद्देश्य प्राप्यनीय हैं। |
5. लक्ष्य की प्राप्ति में अधिक समय लगता है। | 5. उद्देश्य की प्राप्ति में अधिक समय नहीं लगता हैं। |
6. ये अविशिष्ट होता हैं | 6. ये विशिष्ट होते हैं। |
7. यह कक्षा-कक्ष की शिक्षण रणनीति को निर्धारित करने में सहायक नहीं हैं। | 7. ये कक्षा-कक्ष की शिक्षण रणनीति को निर्णित करने में सहायता प्रदान करते हैं। |
8. यह सीखने वालों को स्पष्ट शिक्षा- निर्देश प्रदान नहीं करते हैं। | 8. ये सीखने वालों या छात्रों को निश्चित एवं स्पष्ट निर्देश प्रदान करते हैं। |
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