श्रव्य-दृश्य सामग्री का शिक्षकों के लिये उपयोग बताइये।
श्रव्य-दृश्य सामग्री का शिक्षकों के लिये उपयोग
1. श्रव्य-दृश्य सामग्री के फलस्वरूप शिक्षा का दृष्टिकोण वैज्ञानिक मनोवैज्ञानिक और वस्तुनिष्ठ बन जाता है जो पढ़ाने में लाभदायक रहता है।
2. इसकी सहायता से शिक्षक एक प्रबंधक के रूप में छात्रों के समूह को कम समय व कम खर्चे में अच्छी तरह शिक्षा प्रदान कर सकता है।
3. इसकी सहायता से शिक्षक पत्राचार पाठयक्रम को प्रभावशाली बना सकता है।
4. श्रव्य-दृश्य सामग्री के द्वारा शिक्षण के स्वरूप को समझा जा सकता है तथा शिक्षण अधिगम को नया रूप प्रदान किया जा सकता है।
5. श्रव्य-दृश्य सामग्री शिक्षक को ऐसे साधन देने का प्रयास करती है जो कि उपचारात्मक शिक्षण एवं शिक्षण अनुसंधान में मदद करता है।
6. श्रव्य दृश्य सामग्री अध्यापक प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रभावशाली शिक्षक तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
7. इसकी सहायता से अध्यापक प्रशिक्षण को नवीन विधियों जैसे- माइक्रो टीचिंग, टी समूह प्रशिक्षण, सी मुलेटेड प्रशिक्षण, वीडियों टेप आदि का प्रयोग कर अध्यापक प्रशिक्षण को अधिक प्रभावशाली और सुग्राही बनाया जा सकता है।
8. यह अनौपचारिक साधनों को शिक्षा के प्रसार में अधिकाधिक बल देती हैं उदाहरणार्थ- रेडियो या टेप रिकार्डर की मदद से दूर बैठे व्यक्तियों को रोचक एवं तथ्यपूर्ण जानकारी केवल एक शिक्षक द्वारा दी जा सकती है।
9. शिक्षक प्रशिक्षण प्रक्रिया के विभिन्न अंगों को प्रभावशाली एवं सुग्राही बनाया जाता है।
10. शिक्षक को पाठ प्रस्तुतीकरण से संबंधित एवं सामायिक परेशानियों को दूर करने में सहायक सिद्ध होती है।
11. श्रव्य-दृश्य सामग्री से शिक्षण में ज्ञानात्मक प्रभावात्मक एवं गत्यात्मक तीनों प्रकार के उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है।
12. यह शिक्षकों को अपने तथा छात्रों के व्यवहार को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
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