Contents
निदानात्मक परीक्षण पर टिप्पणी कीजिए।
निदानात्मक परीक्षण :- निदानात्मक परीक्षण व्यक्ति की जाँच करने के पश्चात् किसी एक या अधिक क्षेत्रों में उसकी विशेषताओं एवं कमियों को व्यक्त करता है। इन परीक्षाओं में उपलब्धि परीक्षणों की भाँति अंक प्रदान नहीं किये जाते हैं, बल्कि एक कमी या गलती के कारणों का पता लगाया जाता है। निदानात्मक परीक्षण का प्रमुख लक्ष्य है बालक की अपेक्षित उपलब्धि में बाधक तत्वों की जानकारी प्राप्त करना । इसमें छात्र का हित सर्वोपरी है तथा निदान के बाद उसका उपचारात्मक शिक्षण कराया जाता है।
निदानात्मक परीक्षणों की परिभाषाएं –
1. रॉस :- निदानात्मक परीक्षण व्यक्ति की जाँच करने के पश्चात् किसी एक या अधिक क्षेत्रों में उसकी विशेषताओं एवं कमियों को व्यक्त करता है ।
2. रॉस- ‘एक निदानात्मक परीक्षण किसी क्षेत्र विशेष में होशियारी या कमजोरी का एक विस्तृत विश्लेषण सामान्य कमियों के कारणों का सुझाव देता है और उपचारात्मक प्रक्रिया के लिए दिशा प्रदान करता है’
‘रॉस की निदानात्मक परीक्षण की उपर्युक्त परिभाषाएं निदानात्मक परीक्षण के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए पर्याय है, यही अर्थ शिक्षा परिभाषा कोश में दी गयी परिभाषा से निकलता है- ‘वह विधि जिसमें हर व्यक्ति पर अलग-अलग परीक्षण किए जाने और विभिन्न व्यक्तियों की अनुक्रियाओं का अलग-अलग मूल्यांकन करके सामान्य निष्कर्षो तक पहुँचा जाए, निदानात्मक परीक्षण कहलाता है’।
IMPORTANT LINK
- भूगोल शिक्षण के क्षेत्र में पर्यटन के महत्व, शिक्षक के लाभ एंव सीमाएँ
- पारिस्थितिक तंत्र तथा विकास | सतत् विकास या जीवन धारण करने योग्य विकास की अवधारणा | सतत् विकास में भूगोल और शिक्षा का योगदान
- राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCF) 2005 की विशेषताएँ तथा सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम सम्बन्धी सुझाव
- ‘भूगोल एक अन्तरा अनुशासक विषय है’
- मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं? भूगोल शिक्षण के मूल्यांकन में प्रयुक्त होने वाली प्रविधियाँ
- स्थानीय भूगोल से आपका क्या आशय है? स्थानीय भूगोल अध्ययन के उद्देश्य
- अधिगम कठिनाइयों का निदान और भूगोल में उनके उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था किस प्रकार करेंगें।
- अन्तर्राष्ट्रीयता का सम्प्रत्यय स्पष्ट कीजिये। अन्तर्राष्ट्रीयता की भावना के विकास में भूगोल की भूमिका
- ‘भूगोल प्राकृतिक एवं सामाजिक विज्ञानो के मध्य पुल का काम करता है’
- दैनिक पाठ योजना का अर्थ एंव परिभाषा | दैनिक पाठ योजना का महत्त्व | दैनिक पाठ योजना निर्माण के पद
- विचार-विमर्श विधि का अर्थ, विशेषताएं, तत्व, प्रकार एंव इसके गुण व दोष
- स्थानिक वितरण की संकल्पना तथा स्थानिक अन्तर्किया की संकल्पना
- आदर्श इतिहास शिक्षक के गुण एंव समाज में भूमिका
- विभिन्न स्तरों पर इतिहास शिक्षण के उद्देश्य प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक स्तर
- इतिहास शिक्षण के उद्देश्य | माध्यमिक स्तर पर इतिहास शिक्षण के उद्देश्य | इतिहास शिक्षण के व्यवहारात्मक लाभ
- इतिहास शिक्षण में सहसम्बन्ध का क्या अर्थ है ? आप इतिहास शिक्षण का सह-सम्बन्ध अन्य विषयों से किस प्रकार स्थापित करेंगे ?
- इतिहास क्या है ? इतिहास की प्रकृति एवं क्षेत्र
- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के विषय में आप क्या जानते हैं ?
- शिक्षा के वैकल्पिक प्रयोग के सन्दर्भ में एस० एन० डी० टी० की भूमिका
- राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन.सी.एफ.-2005) [National Curriculum Framework (NCF-2005) ]
Disclaimer