Contents
राजनीति विज्ञान के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कौनसे उपाय जरूरी है?
राजनीति विज्ञान के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित उपाय जरूरी हैं :-
आर्थिक पक्ष
- भारतीय कृषि तथा इसका आधुनिकीकरण कैसे हुआ इसका ज्ञान होना चाहिये।
- भारतीय उद्योग-उनमें विद्यमान विज्ञान एवं तकनीकी विकास तथा उसका योगदान का ज्ञान ।
- योजनाओं का ज्ञान खासकर पंचवर्षीय योजनाओं के द्वारा विकास कैसे हुआ।
- जनसंख्या तथा जनसंख्या वृद्धि का आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव पड़ा हैं।
- अन्य देशों के साथ भारत के आर्थिक सम्बन्ध ।
- विभिन्न देशों में भारत की आत्मनिर्भरता।
- विश्व के देशों की आर्थिक दृष्टिकोण से अन्तनिर्भरता।
राजनैतिक पक्ष
- सामुदायिक जीवन का गठन एवं इनका विभिन्न गठनों के साथ आपसी संबंध
- शासन पद्धति के बारे में ज्ञान कि किस स्तर पर कैसी शासन प्रणाली होती हैं।
- केन्द्रीय तथा राज्य सरकारों के विभिन्न अंग तथा उनका आपसी सम्बन्ध क्या होता है कैसे वे मिलकर कार्य करती हैं।
- बहु-उद्देश्य योजनाएं उनकी सफलता तथा विकास लोकतंत्र की उपलब्धियां तथा उससे सम्बन्धित समस्याएं
- जन संचार साधनों का विकास तथा जनकल्याण में वे कितने सहायक हैं।
इस प्रकार राजनीति विज्ञान के जिन उद्देश्यों का हमने विवरण दिया हैं वे पूरी तरह अन्तिम हैं क्योकि समाज में समय समय पर परिवर्तन आने के कारण यह विषय एक गतिशील विषय हैं जिससे इसके उद्देश्यों में परिवर्तन सापेक्ष है। आवश्यकता इस बात की है कि विद्यार्थियों को अपने देश की भौगोलिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक तथा सांस्कृतिक स्थिति से अवगत कराया जाएं तथा उन्हें विवेकपूर्ण लोकतन्त्रात्मक नागरिकता के लिए तैयार किया जाएं। उनमें राष्ट्रीय भावना के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय भावना का भी विकास किया जाएं। इन व्यापक उद्देश्यों को लेकर हम विभिन्न शिक्षा स्तरों पर राजनीति विज्ञान शिक्षण के उद्देश्यों को निर्धारित कर सकते हैं तथा उनकी प्राप्ति के लिए उचित विषय सामग्री तथा शिक्षण विधियों का प्रयोग कर सकते हैं।
IMPORTANT LINK
- भूगोल शिक्षण के क्षेत्र में पर्यटन के महत्व, शिक्षक के लाभ एंव सीमाएँ
- पारिस्थितिक तंत्र तथा विकास | सतत् विकास या जीवन धारण करने योग्य विकास की अवधारणा | सतत् विकास में भूगोल और शिक्षा का योगदान
- राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (NCF) 2005 की विशेषताएँ तथा सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम सम्बन्धी सुझाव
- ‘भूगोल एक अन्तरा अनुशासक विषय है’
- मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं? भूगोल शिक्षण के मूल्यांकन में प्रयुक्त होने वाली प्रविधियाँ
- स्थानीय भूगोल से आपका क्या आशय है? स्थानीय भूगोल अध्ययन के उद्देश्य
- अधिगम कठिनाइयों का निदान और भूगोल में उनके उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था किस प्रकार करेंगें।
- अन्तर्राष्ट्रीयता का सम्प्रत्यय स्पष्ट कीजिये। अन्तर्राष्ट्रीयता की भावना के विकास में भूगोल की भूमिका
- ‘भूगोल प्राकृतिक एवं सामाजिक विज्ञानो के मध्य पुल का काम करता है’
- दैनिक पाठ योजना का अर्थ एंव परिभाषा | दैनिक पाठ योजना का महत्त्व | दैनिक पाठ योजना निर्माण के पद
- विचार-विमर्श विधि का अर्थ, विशेषताएं, तत्व, प्रकार एंव इसके गुण व दोष
- स्थानिक वितरण की संकल्पना तथा स्थानिक अन्तर्किया की संकल्पना
- आदर्श इतिहास शिक्षक के गुण एंव समाज में भूमिका
- विभिन्न स्तरों पर इतिहास शिक्षण के उद्देश्य प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक स्तर
- इतिहास शिक्षण के उद्देश्य | माध्यमिक स्तर पर इतिहास शिक्षण के उद्देश्य | इतिहास शिक्षण के व्यवहारात्मक लाभ
- इतिहास शिक्षण में सहसम्बन्ध का क्या अर्थ है ? आप इतिहास शिक्षण का सह-सम्बन्ध अन्य विषयों से किस प्रकार स्थापित करेंगे ?
- इतिहास क्या है ? इतिहास की प्रकृति एवं क्षेत्र
- राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के विषय में आप क्या जानते हैं ?
- शिक्षा के वैकल्पिक प्रयोग के सन्दर्भ में एस० एन० डी० टी० की भूमिका
- राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन.सी.एफ.-2005) [National Curriculum Framework (NCF-2005) ]
Disclaimer