राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम निर्माण के सिद्धान्त बताइयें।
राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम निर्माण के सिद्धान्त
किसी भी विषय के पाठ्यक्रम निर्माण में सिद्धान्तों को उस विषय की विषय वस्तु छात्रों की आयु और मानसिक स्तर के आधार पर निर्धारित किया जाता है वस्तुतः पाठ्यवस्तु वह साधन है जिसके माध्यम से छात्रों को शिक्षा की प्राप्ति कराने का प्रयास किया जाता है :-
- राजनीति विज्ञान का पाठ्यक्रम/विषय बलकेन्द्रित होना चाहिये
- राजनीति विज्ञान का पाठ्यक्रम क्रिया/ प्रधान होना चहिये।
- व्यक्तिगत भिन्नताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिये।
- पाठयक्रम/विषयवस्तु के निर्माण में अध्यापक की सहमति लेना।
- उद्देश्यों को आवश्यकतानुसार परिवर्तनीय बनाना।
- विषय में सहसम्बन्ध दर्शाना।
- पाठ्यक्रम लचीला हो।
- कठिनाई के स्तर को ध्यान में रखना।
- पाठ्यक्रम रूचि व अभिरूचिपूर्ण हो ।
- राजनीति विज्ञान का समाज में अधिकतर प्रयोग
- राजनीति विज्ञान में मनोरंजनात्मक समस्यओं का समावेश हों
- विषय वस्तु को मेनोवेज्ञानिक एवं तार्किक ढंग से व्यवस्थित करना
- संस्कृति एवं सभ्यता के संरक्षण हेतु ज्ञान का सिद्धान्त
- राजनीति विज्ञान का पाठ्यक्रम जीवन से सम्बन्धित होना चाहिये।
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