शिक्षकों की विभिन्न भूमिकाओं तथा जिम्मेदारियों का वर्णन कीजिए जो विद्यालयों तथा समुदायों दोनों में लागू होती है?
शिक्षकों की भूमिका – शिक्षा समाज में सुधार और उसकी प्रगति में सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गुणवत्ता युक्त आधारभूत शिक्षा प्रारम्भिक शिक्षा की उपलब्धता सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण को प्रोन्नत करने में सहायक है। प्रधान शिक्षकों और शिक्षकों की भूमिका शिक्षा प्रदान करने में समाज में विवेचनीय है इसीलिए शिक्षा का अधिकार शिक्षक की भर्ती योग्यता प्रशिक्षण और प्रेरणा पर बहुत अधिक बल डालता है। कानून स्पष्टता से शिक्षकों की भूमिका तथा उत्तरदायित्वों की विद्यालयों और समुदायों दोनों में रूपरेखा भी प्रस्तुत करता है।
1. समाज में लैंगिक समानता और धर्मनिरपेक्षता को बढ़ावा देना तथा बाल अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना ।
2. सरकार एवं अन्य एजेंसियों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं एवं कानूनों के बारे में जागरूकता सृजित करना जो कि समाज के सदस्यों के लिए लाभप्रद हो सके।
3. समाज के लोगों की जरूरतों को समझाने और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई, सुरक्षा और स्वच्छता से सम्बन्धित सुझावों को देकर सामाजिक गतिविधियों और अभिमानक/ समुदाय सभा के माध्यम से समाज के सदस्यों के साथ अन्तः क्रिया करना ।
4. सामाजिक सामंजस्य सुसाध्य करने के लिए समाज और स्थानीय सत्ताओं के साथ गतिविधियों में सहयोग एवं समन्वय करना।
5. विद्यालय की गतिविधियों का प्रबंधन करने में और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने में समाज की भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
6. बच्चों / विद्यालयों की प्रगति पर अभिभावकों / समुदाय को नियत करना।
7. विद्यालयों में बच्चों के नामांकन और स्थायित्व को बढ़ाने में अभिभावकों एवं समुदाय के सदस्यों को शामिल करना तथा विद्यालय छोड़ने की दर को कम करना विशेषता समाज के कमजोर एवं वंचित वर्गों से सम्बद्ध बच्चों की ।
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