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निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए:
- इंटरनेट
- ई-मेल
1. इंटरनेट :-
इंटरनेटर क्या है? इंटरनेट विश्वभर के विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों, सरकारी ऐजेंसियों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों इत्यादि के हजारों कम्प्यूटरों को आपस में जोड़ता है। अपने घर, दुकान, कॉलेज, विद्यालय में एक छोटे पी. सी. और एक टेलीफोन लाइन के द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में अपनी बात तुरंत पहुंचा सकते है। खिलौना बनाने से लेकर परमाणु बम बनाने तक हम हजारों विषयों पर सूचनाएं प्राप्त कर सकते है। इंटरनेट से जुड़ा प्रत्येक कम्प्यूटर दूसरे कम्प्यूटर के साथ संपर्क स्थापित कर सकता है। इंटरनेट द्वारा दुनिया के किसी भी छोर में संदेश पहुंचाने में मुश्किल से कुछ ही मिनट लगते है। इसके लिये केवल इतना जरूरी होता है कि दोनों ओर के कम्प्यूटर इंटरनेट के साथ जुड़े हो। जबसे भारत में इंटरनेट ने कदम रखा है तब से भारत में सूचनाओं के आदान प्रदान में काफी प्रगति हुई है। व्यक्तिगत सूचनाओं के आदान प्रदान के अतिरिक्त अब इंटरनेट का प्रयोग व्यापार दूरस्थ शिक्षा, रक्षा अनुसंधान आदि कार्यों में भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। वास्तव में इंटरनेट विभिन्न संस्कृतियों, राष्ट्रों और व्यक्तियों को एक दूसरे के निकट लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इंटरनेट का उपयोग :
इंटरनेट पर उपस्थित एप्लीकेशन्स की बड़ी संख्या अपने आप में अद्भुत है। इसमें मौजूद ज्ञान की कोई सीमा नहीं है। हम कहीं भी हो इंटरनेट कनेक्शन द्वारा किसी भी क्षेत्र में जैसे खेल, शिक्षा, फिल्म, व्यापार आदि के बारे में विश्व के किसी भी भाग से जानकारी प्राप्त कर सकते है। इंटरनेट के शैक्षिक उपयोग निम्नलिखित है:
- बहुत बड़ी संख्या में शैक्षिक जानकारी छात्रों के लिये उपलब्ध हो जाती है।
- ई-मेल के माध्यम से छात्र-छात्र, छात्र-अध्यापक एवं छात्र विशेष के बीच की दूरिया समाप्त हो जाती है।
- इंटरनेट सभी को अधिगम के समान अवसर प्रदान करता है।
- इंटरनेट समय की सीमाओं को समाप्त कर देता है।
- इंटरनेट का प्रयोग एक प्रेरणादायक कार्य भी करता है। क्योंकि इससे अनेक तरीकों, ग्राफिक्स, टेक्स्ट, ध्वनि व वीडियों आदि के माध्यम से जानकारी मिलती है।
- प्रत्येक बार इंटरनेट पर नई-नई जानकारी मिलती है क्योंकि इसमें अपडेट करने की सुविधा है।
- यह शिक्षा में मूल्य प्रभावी तकनीक है।
- इंटरनेट ज्ञान और कौशल को विकसित करके सर्व सुलभ बनाता है।
2. ई-मेल :-
ई-मेल संदेश भेजने की तेज तथा आसान प्रक्रिया, हमारे पास इंटरनेट एकाउंट है तो कुछ ही मिनट में अपना संदेश भेज सकते है। यह इंटरनेट का सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला फीचर है जो हमारे संदेशों का अपने मित्रों, छात्रों, शिक्षकों आदि के पास पूरे संसार में कहीं भी भेजने में सक्षम हैं हम संदेश के साथ फोटो, ऑडियो तथा एनीमेंशन्स भी भेज सकते है।
ई-मेल के उपयोग :
1. सूचनाओं का भंडार :- इंटरनेट अपने आप में सूचनाओं का एक बहुत बड़ा संग्रह है, भंडार है जो मन वांछित विषय की जानकारी अतिशीघ्र उपलब्ध कराता है। हर आयु वर्ग की आवश्यकतानुसार जानकारी देता है। शिक्षा का क्षेत्र, व्यापार, बैंकिंग एकाउंट आदि के क्षेत्र में सभी जानकारी सुगमता से मिल जाती है।
2. सॉफ्टवेयर तथा प्रोग्राम :- इंटरनेट पर हजारों प्रोग्राम्स तथा सॉफ्टवेयर मुफ्त में उपलब्ध रहते है जिन्हें हम फाइल ट्रांसफर, प्रोटोकोल की मदद से अपनी हार्ड डिस्क पर स्टोर कर सकते है।
3. एकाउंटिंग :- एकाउंटिंग व्यवसायिक उपक्रमों में इस्तेमाल होने वाला एक महत्वपूर्ण शब्द है। नगद होने वाले लेन को दर्ज करने की कला के रूप में इसे जाना जाता है। दर्ज करने का यहकाम इसलिए किया जाता है कि हमें पता रहें कि कितने रूपये लेने और कितने देने है। इसका संपूर्ण ब्यौरा हम ई-मेल के द्वारा आसानी से पता कर लेते हैं।
4. बैंलिंग :- बैंक के कई कार्य हम ई-मेल के द्वारा कर सकते है। रेलवे संबंधी कार्य रिजर्वेशन आदि कार्य भी इसके द्वारा संभव है।
5. मनोरंजन :- इंटरनेट पर सैंकड़ों मुफ्त गेम्स जैसे- चैस, फुटबॉल आदि उपलब्ध रहते है। जिन्हें हम फाल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल की मदद से अपने हार्ड डिस्क पर स्टोर कर सकते है।
6. ऑनलाइन खरीददारी :- ई-मेल के द्वारा इंटरनेट पर ही खरीदना या बेचना ऑनलाइन खरीदी कहलाता है। हम इस पर जरूरत की वस्तुओं तथा सेवाओं जैसे कम्प्यूटर, सॉफ्टवेयर, किताबें, पोशाकें आदि खरीद सकते है।
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