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पृथ्वी पर किसी स्थान की सही स्थिति का ज्ञान विद्यार्थी कैसे करेंगे?
पृथ्वी पर किसी स्थान की सही स्थिति (अर्थात्) अक्षांश- देशांतर रेखा का पूर्ण ज्ञान : गोलाकार पृथ्वी पर किसी स्थान विशेष को ढूंढना अत्यंत कठिन कार्य है। इसी कठिन कार्य को सरलता प्रदान करने के लिए भूगोल विदों व वैज्ञानिकों ने मिलकर ग्लोब/मानचित्र पर काल्पनिक आड़ी व खड़ी रेखाओं की खोज की है। इन्हीं काल्पनिक आड़ी रेखाओं को अक्षांश रेखा कहते है। इसी प्रकार काल्पनिक खड़ी रेखाओं को देशांतर रेखा कहा जाता है।
(अ) अक्षांश रेखा : ग्लोब या मानचित्र पर दर्शाई जाने वाली आड़ी (क्षैतिज) रेखाओं (वृत्त) को अक्षांश रेखा (अक्षांश वृत्त) कहा जाता है।
1. भूमध्य रेखा :- पृथ्वी (ग्लोब) के उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुव दो निश्चित स्थल है, इन दोनों बिन्दुओं (ध्रुवों) को मिलाने वाली कल्पित अक्ष रेखा का मध्य बिन्दु ही भूमध्य है। पृथ्वी के इसी भूमध्य के मिलाने से शून्य डिग्री अक्षांश रेखा ही भूमध्य के (विषुवत्त रेखा) कहलाती है।
2. कर्क रेखा :- 23½° उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा कहा जाता है। यह उत्तरी रेखा गोलार्द्ध की महत्वपूर्ण अक्षांश रेखा है।
3. मकर रेखा :- 23½° दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा कहते है। यह दक्षिणी गोलार्द्ध की एक महत्वपूर्ण अक्षांश रेखा है।
4. उत्तरी ध्रुव :- पृथ्वी का शीर्ष अक्षांश उत्तरी गोलार्द्ध में 90° उत्तरी अक्षांश को ही उत्तरी ध्रुव कहा जाता है। यह उत्तरी गोलार्द्ध का अंतिम शीर्ष बिन्दु है।
5. दक्षिणी ध्रुव :- पृथ्वी का दक्षिणी गोलार्द्ध में शीर्ष अक्षांश 90° अक्षांश को दक्षिणी ध्रुव कहा जाता है। इस प्रकार कुल 180° अक्षांश रेखाएं खींची जाती है।
6. उत्तरी व दक्षिणी आर्कटिक वृत्त :- 66½ उत्तरी अक्षांश को उत्तरी आर्कटिक वृत्त तथा 66½ दक्षिणी अक्षांश को दक्षिणी आर्कटिक वृत्त कहा जाता है।
(ब) देशान्तर रेखा :- पृथ्वी के दोनों उत्तरी ध्रुव व दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली खड़ी रेखाओं को देशान्तर रेखा कहा जाता है। एक देशान्तर रेखा पर संपूर्ण पृथ्वी पर एक साथ दोपहर (मध्यान्ह) का समय पाया जाता है। इसी कारण देशांतर रेखाएं, मध्यान्ह रेखाएं भी कहलाती है। पृथ्वी 180° पू. देशांतर तथा 180° पं. देशान्तर इस प्रकार कुल 360° देशांतर रेखाएं खींची गई हैं।
प्रमुख देशांतर रेखाएं :-
- प्रधान मध्यान्ह रेखा / ग्रीनविच रेखा :- लंदन की ग्रीनविच वेधशाला से गुजरन वाली शून्य डिग्री (0°) देशान्तर रेखा को प्रधान मध्यान्तर रेखा या ग्रीनविच रेखा भी कहा जाता है।
- 180° पू. देशान्तर रेखा :- शून्य डिग्री देशांतर रेखा के पूर्व में स्थित अंतिम देशांतर रेखा 180° पू. देशान्तर कही जाती है।
- 180° प. देशान्तर रेखा :- शून्य डिग्री देशांतर रेखा पश्चिम में स्थित अंतिम देशांतर रेखा को 180° प. देशान्तर रेखा कहा जाता है।
180° पू. देशांतर तथा 180° प. देशान्तर दो अलग-अलग रेखा न होकर एक ही देशांतर रेखा है। एक देशांतर रेखा से दूसरी देशांतर रेखा पर 4 मिनिट का समय अंतर होता है।
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