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शिक्षा यात्रा से आप क्या समझते है? वर्णन कीजिये।
शिक्षा यात्राएँ – शिक्षा यात्राएँ बाह्य-पाठ होते है। पंचायत, विधानसभा, नगर महापालिका, अदालतें, लोकसभा चुनाव-केन्द्र आदि स्थानों की यात्राएँ कराके सामाजिक अध्ययन का वास्तविक ज्ञान छात्रों को प्रदान किया जा सकता है। विभिन्न राजनैतिक संस्थाओं को वास्तव में कार्यरत देखकर उनके सम्बन्ध में वास्तविक ज्ञान प्राप्त कर सकते है।
शिक्षा यात्राओं से लाभ
- शिक्षा – यात्राएँ छात्रों के अनुभव को बढ़ाती है।
- शिक्षा – यात्राएँ प्रत्यक्ष सामाजिक अनुभव प्रदान करती है।
- शिक्षा – यात्राएँ नवीनतम अनुभव प्रदान करती है।
- प्रत्यक्ष ज्ञान पुस्तकीय ज्ञान की अपेक्षा अधिक स्थायी होता है।
- शिक्षा यात्राएँ वास्तविकता का बोध कराती है।
- शिक्षा – यात्राएँ अत्यन्त रोचक तथा स्वस्थ वातावरण प्रदान करने वाली होती है।
शिक्षा यात्राओं का संचालन
शिक्षा – यात्राओं की व्यवस्था करने के सम्बन्ध में निम्नलिखित बातें ध्यान में रखनी चाहिए:-
- सर्वप्रथम, यात्रा के उद्देश्यों का निर्धारण किया जाए।
- उचित स्थान का चुनाव किया जाए, जहाँ से उद्देश्यों की पूर्ति की सम्भावना हो।
- यात्रा के लिए उचित अधिकारियों से पूर्वाज्ञा प्राप्त कीजिए।
- दिन एवं समय निर्धारित कीजिए।
- यात्रा-स्थल पर ठहरने, खाने तथा पीने की व्यवस्था पहले कर ली जाए।
- प्रत्येक छात्र को एक-एक डायरी की व्यवस्था की जाए।
- जाने से पूर्व छात्रों को कुछ आवश्यक निर्देश दिये जायँ।
- छात्रों कों विभिन्न समूहों में बाँट दिया जाये। प्रत्येक समूह के लिये एक में निर्देशक नियुक्त कर दिया जायें।
- यात्रा का वर्णन छात्रों से लिखवाया जायेगा। ऐसी यात्रा प्रारम्भ करने से पूर्व ही छात्रों से कह दिया जाये। यात्रा के पश्चात् उससे यात्रा के संस्मरण लिखायें जायें।
- छात्रों द्वारा अर्जित ज्ञान का विविध विधियों से मूल्यांकन किया जायें।
- छात्रों की शंकओं का यथाविधि निवारण किया जायें।
- यात्रा का विस्तृत विवरण, असफलताएँ और उनके कारण, सफलताएँ आदि की एक रिपोर्ट बनाकर संचित कर ली जाए, जिससे आगे सावधानी रखी जा सकें।
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