माँग का नियम और माँग की लोच में अन्तर (Difference between Law of Demand and Elasticity of Demand)
माँग का नियम केवल एक गुणात्मक कथन है, यह वस्तु की कीमत एवं माँग मात्रा के बीच परिमाणात्मक सम्बन्ध को व्यक्त नहीं करता। यह तो केवल यह स्पष्ट करता है कि कीमत में हुई वृद्धि से वस्तु की माँग मात्रा में कमी होती है और कीमत में हुई कमी से वस्तु की माँग मात्रा में वृद्धि होती है। अन्य शब्दों में, यह नियम कीमत में परिवर्तन होने के परिणामस्वरूप माँग मात्रा में हुए परिवर्तन की मात्रा दिशा (Direction) को बताता है; परन्तु यह नहीं बताता कि माँग की मात्रा में कितना परिवर्तन होता है ? इस परिर्वतन की माप माँग की लोच करती है। माँग की लोच यह स्पष्ट करती है कि कीमत में हुए परिवर्तन के परिणामस्वरूप माँग मात्रा में कितना परिवर्तन होता है। अन्य शब्दों में, माँग की लोच वस्तु की कीमत और माँग की मात्रा के पारस्परिक सम्बन्ध की माप है।
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