शिक्षा मनोविज्ञान / EDUCATIONAL PSYCHOLOGY

मापन से आपका क्या तात्पर्य है ? What do you mean by measurement?

मापन से आपका क्या तात्पर्य है ? What do you mean by measurement?
मापन से आपका क्या तात्पर्य है ? What do you mean by measurement?

मापन से आपका क्या तात्पर्य है ? समझाइए।

आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान मापन पर जीवित है। अन्तरिक्षयान के निर्माण में मापन का ध्यान न रखा जाए तो वह अन्तरिक्ष में नहीं जा सकता। यदि हम अस्वस्थ हैं तो तुरन्त तापमान देखते हैं एवं रक्तचाप को देखते हैं। बच्चा पैदा होने पर उसका वजन, पैदा होने का समय तथा तापमान रिकार्ड किया जाता है। खाना बनाते समय मसालों की मात्रा निर्धारित करनी पड़ती है। दर्जी कपड़ों की सिलाई माप लेकर ही करता है। घड़ियाँ, थर्मामीटर एवं स्केल आदि प्रत्येक व्यक्ति के अभिन्न अंग बन गए हैं; जैसे—सूर्य का उदय एवं अस्त होना, यह एवं उपग्रहों का अपनी कक्षा में परिक्रमा करना, ऋतु परिवर्तन होना आदि ।

मापन : अर्थ एवं परिभाषा (Measurement: Meaning and Definition)

मापन का अर्थ है किसी अवलोकन (Observation) को परिमाणात्मक रूप में बताना, जैसे भौतिक वस्तु की विशेषताओं और गुणों को परिमाणात्मक रूप में देने को मापन कहते हैं। किसी व्यक्ति में क्या गुण हैं, यह हमें मापन ही देता है, जैसे- राम अंग्रेजी में प्रभावशाली ढंग से बोलता है तथा मोहन हिन्दी में कुछ नहीं जानता। यह सभी मानसिक योग्यता की जानकारी मापन के क्षेत्र में आती है। मानसिक गुणों का प्रत्यक्ष रूप से मापना एक कठिन कार्य है।

प्रत्येक मापन के लिए दो प्रकार का ज्ञान आवश्यक है-

  1. किस गुण या विशेषता को मापना
  2. मापने का उपयुक्त यंत्र ।

भौतिक मापन की तुलना में शैक्षिक मापन कहीं अधिक जटिल होता है। भौतिक मापन में हमारा आधार बिन्दु शून्य (Zero) होता है। इसका मान, स्थान व समय एक जैसा होता है, जबकि शैक्षिक, मापन इतना वस्तुनिष्ठ, सही और सुनिश्चित नहीं होता। एक कमरे की लम्बाई-चौड़ाई तथा ऊँचाई को मापा जा सकता है, लेकिन कक्षा का निष्पादन (Achievement) इतनी आसानी से नहीं मापा जा सकता। प्राकृतिक साधन भी मापन प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं। मापन को निम्न प्रकार परिभाषित किया जा सकता है-

1. थार्नडाइक के अनुसार- “जो कुछ भी अस्तित्वमय है, उसका अस्तित्व कुछ परिमाण में होता है। “

(Anything that exists at all, exists in some quantity, anything that exists in some quantity is capable of being measured.)

2. एस० एस० स्टीवेन्स के अनुसार- “मापन किन्हीं निश्चित स्वीकृत नियमों के अनुसार वस्तुओं को अंक प्रदान करने की प्रक्रिया है।”

(Measurement is the process of assigning numbers to objects according to certain agreed rules.)

3. हैल्मस्टेडर के अनुसार- “मापन को किसी व्यक्ति या पदार्थ में निहित विशेषताओं के आंकिक वर्णन की प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया गया है। “

(Measurement has been defined as the process of obtaining a numerical description of the extent to which a person or thing possesses some characteristics.)

4. पैककाल के अनुसार- “यदि कोई वस्तु किसी परिमाण में अस्तित्वमय है, तो उसका मापन हो सकता है।”

(Anything that exists in amount can be measured)

उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर हम कह सकते हैं कि, “मापन प्रक्रिया वस्तुओं, घटनाओं एवं भिन्न-भिन्न निरीक्षणों को विशेष नियम के अन्तर्गत सार्थक एवं संगत रूप से संकेत, चिन्ह या आंकिक संकेत देने की प्रक्रिया है।” अतएव मापन प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से मात्रा से सम्बन्धित है।

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Anjali Yadav

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