स्लाइड प्रोजेक्टर की संरचना में कितने भाग होते है? समझाइये।
स्लाइड प्रोजेक्टर – स्लाइड को छोटी से बड़ी करना प्रोजेक्टर के द्वारा किया जाता है। इस प्रोजेक्टर की संरचना में निम्न भाग होते हैं-
( 1 ) विद्युत व्यवस्था – प्राय: स्लाइड प्रोजेक्टर बिजली से चलते हैं। प्रत्येक प्रोजेक्टर में विद्युत व्यवस्था को पॉवर एसेम्बली कहते हैं। यह 110 से 240 वोल्ट तक के होते हैं। विद्युत व्यवस्था से विद्युत लैम्प के लिये आवश्यक विद्युत ऊर्जा मिलती है।
( 2 ) प्रक्षेपी बल्ब – स्लाइड प्रोजेक्टर का यह आवश्यक अंग हैं। यह नलीयुक्त बेलनाकार बल्ब होता है जिसमें हेलोजन गैस भरी होती है। इसके द्वारा बहुत तेज दूधिया प्रकाश होता है जिसके कारण प्रोजेक्टर में लगी स्लाईड की स्पष्ट प्रतिकृति स्क्रीन पर दिखाई देती है।
( 3 ) प्रक्षेपण लेन्स – यह विभिन्न प्रकार के उत्तल तथा अवत्तल लेन्स के संयुक्तीकरण से बना होता है। इस लेन्स की आवर्धन क्षमता पर ही प्रक्षेपित स्लाइड का आकार निर्भर होता है।
( 4 ) स्लाइड ट्रे – स्लाइड़ प्रोजेक्टर में स्लाइड़ ट्रे होती है। इस ट्रे में स्लाइड एक साथ लगा देते हैं और एक-एक करके स्वत: रिमोट कन्ट्रोल द्वारा स्लाइड़ों को आगे या पीछे के क्रम में आवश्यकतानुसार ले जाते हैं।
( 5 ) प्रक्षेपण स्क्रीन – प्रोजेक्टर से प्रक्षेपित प्रतिकृति को साकार रूप प्रदान करने के लिये प्रोजेक्शन स्क्रीन होती है।
इस प्रकार स्लाइड़ व स्लाइड़ प्रोजेक्टर से वस्तु को छोटी से बड़ी करके दिखाया जाता है जिससे वह छात्रों को आसानी से समझ में आ जाती है।
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