Contents
खेल विधि क्या है?
खेल विधि (Play way Method)
इस विधि के अन्तर्गत खेल के माध्यम से शिक्षा देने की व्यवस्था की जाती है। हेनरी काल्डवेल कुक ने सर्वप्रथम बालकों की खेल की मूल प्रवृत्ति को शिक्षा हेतु प्रयोग करने पर बल दिया ताकि शिक्षा और शिक्षण के प्रति उनकी रुचि बनी रहे। भाषा, साहित्य, इतिहास, नागरिक शास्त्र आदि विषयों के शिक्षण के लिए निम्न स्तर पर इस विधि को प्रयुक्त किया जा सकता है।
ग्यूलिक के अनुसार, “खेल वह कार्य है जिसे हम अपनी इच्छानुसार स्वतन्त्र वातावरण में सम्पन्न कर सकते हैं, जब उसे हम करना चाहते हैं।” अतः खेल में अन्य उद्देश्य या कार्य निहित नहीं हो सकता है। इच्छानुसार उसे करने या न करने की स्वतन्त्रता होती है। कल्पना – केन्द्रित होने के साथ ही साथ खेल आनन्ददायक भी होता है। अतः इस क्रिया में मनोरंजन के माध्यम से शिक्षा की व्यवस्था की जाती है।
खेल विधि की विशेषताएँ (Characteristics of Play way Method)
खेल विधि की विशेषताएँ निम्न हैं-
- खेल विधि में बालकों की रुचि एवं क्रिया को अधिक महत्व दिया जाता है।
- इसके प्रयोग द्वारा ज्ञान अधिक स्थायी हो जाता है।
- खेल विधि के माध्यम से कठिन विषय को भी सरल व रुचिकर बनाया जा सकता है।
- खेल विधि द्वारा बालकों में चरित्र निर्माण किया जाता है।
- खेल के द्वारा अधिगमकर्ताओं में सामाजिकता की भावना का विकास होता है।
- खेल द्वारा बालकों में समन्वय, सद्भावना एवं सहयोग की भावना का विकास होता है।
- खेल द्वारा बालकों का शारीरिक एवं मानसिक विकास किया जाता है।
- बालकों में ज्ञानात्मक विकास भी खेल विधि द्वारा किया जा सकता है।
खेल विधि के दोष (Demerits of Play way Method)
खेल विधि के दोष निम्नलिखित हैं-
- इस विधि के माध्यम से समस्त विषयों का अध्ययन-अध्यापन सम्भव नहीं हो पाता है।
- इस विधि के माध्यम से शैक्षिक गतिविधियाँ एवं उत्कर्ष की प्राप्ति में व्यवधान उत्पन्न हो जाता है।
- इस विधि में शारीरिक विकास को मानसिक तथा संवेगात्मक विकास की तुलना से अधिक महत्व दिया जाता है।
Important Link…
- अधिकार से आप क्या समझते हैं? अधिकार के सिद्धान्त (स्रोत)
- अधिकार की सीमाएँ | Limitations of Authority in Hindi
- भारार्पण के तत्व अथवा प्रक्रिया | Elements or Process of Delegation in Hindi
- संगठन संरचना से आप क्या समझते है ? संगठन संरचना के तत्व एंव इसके सिद्धान्त
- संगठन प्रक्रिया के आवश्यक कदम | Essential steps of an organization process in Hindi
- रेखा और कर्मचारी तथा क्रियात्मक संगठन में अन्तर | Difference between Line & Staff and Working Organization in Hindi
- संगठन संरचना को प्रभावित करने वाले संयोगिक घटक | contingency factors affecting organization structure in Hindi
- रेखा व कर्मचारी संगठन से आपका क्या आशय है? इसके गुण-दोष
- क्रियात्मक संगठन से आप क्या समझते हैं? What do you mean by Functional Organization?