Contents
गार्डनर के अनुसार बुद्धि के प्रकार (Types of Intelligence According to Gardner)
इन समस्त कसौटियों का उपयोग करते हुए गार्डनर ने मूलतः सात प्रकार की बुद्धि का वर्णन किया। इन्होंने 1998 में आठवाँ प्रकार एवं 2000 में नौवाँ प्रकार भी जोड़ा। इन कारकों की विशेषताएँ होती हैं कि ये क्षमताएँ एक दूसरे से स्वतंत्र होती हैं। ये सात प्रकार की बुद्धि निम्न है जिन्हें मिलाकर उन्होंने बहुबुद्धि का निर्माण किया इस प्रकार से गार्डनर के अनुसार अभी बुद्धि के नौ प्रकार है जो इस प्रकार हैं-
- शाब्दिक या भाषाई बुद्धि (Verbal or Linguistic Intelligence),
- प्रेक्षण सम्बन्धी बुद्धि (Spatial Intelligence),
- सांगीतिक बुद्धि (Musical Intelligence),
- तार्किक गणितीय बुद्धि (Logical Mathematical Intelligence),
- शारीरिक गतिक बुद्धि (Body-Kinesthetic Intelligence),
- व्यक्तिगत आत्म बुद्धि (Personal Self-Intelligence) एवं
- व्यक्तिगत अन्य बुद्धि (Personal Other Intelligence)
- प्रकृतिवादी बुद्धि (Naturalistic Intelligence)
- अस्तित्ववादी बुद्धि (Existentialistic Intelligence)
इनमें से शाब्दिक तार्किक, गणितीय अथवा प्रेक्षण सम्बन्धी योग्यता ऐसे तत्व हैं जिन्हें अन्य सिद्धान्तों में भी सम्मिलित किया गया है लेकिन अन्य चार बिल्कुल नए हैं। इनका संक्षिप्त वर्णन निम्न है-
1) शाब्दिक या भाषाई बुद्धि (Verbal or Linguistic Intelligence)- इस तरह की बुद्धि में भाषा सम्बन्धी तर्कों को सम्मिलित किया गया है। इसमें वाक्यों या शब्दों को पहचानना, अनुच्छेद में से दिए गए प्रश्नों के उत्तर छोटना, शब्दार्थ तथा शब्दों के क्रमों के बीच के सम्बन्धों को पहचानने की क्षमता निहित होती है।
2) प्रेक्षण सम्बन्धी बुद्धि (Spatial Intelligence) इस तरह की बुद्धि अधिकांशतः शिल्पकारों (architects) में पाई जाती है। इसमें वे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहते हैं। इस तरह की बुद्धि वाले व्यक्ति में पहेलियों एवं चित्रों को मानसिक रूप से परिवर्तित करने की क्षमता तथा प्रेक्षण कल्पना शक्ति की अधिकता पाई जाती है। ये व्यक्ति चित्रों, भाषा तथा शरीर के हाव-भाव के द्वारा व्यक्ति को कुछ भी बता सकते हैं।
3) सांगीतिक बुद्धि (Musical Intelligence ) – ये बुद्धि लय (rhythm) एवं ध्वनि (sound) के प्रति संवेदनशील होती हैं। इस तरह की बुद्धि जिन व्यक्तियों में पाई जाती है वे संगीत से प्रेम करते है तथा वे संगीत के साथ-साथ पढाई भी कर सकते हैं तथा उनमें संगीत सम्बन्धी सामर्थ्यता तथा निपुणता विकसित करने की क्षमता होती है। इस तरह की बुद्धि संगीतकार व गीतकार में अधिक पाई जाती है।
4) तार्किक गणितीय बुद्धि (Logical Mathematical Intelligence ) — इस तरह की बुद्धि में तार्किक जोड़-घटाना (calculation) प्रत्यय को अच्छी तरह से समझना अमूर्त चितन तथा किसी भी विषय को विभिन्न सम्बन्धों के आधार पर देखना समाहित होता है। इस तरह के व्यक्ति पहेली को हल करने, प्रयोग करने खोज करने तथा प्रश्न पूछने में आगे रहते हैं। इस तरह के व्यक्ति किसी भी असम्भव प्रत्यय को अच्छी तरह से समझने की कोशिश करते हैं। इसके लिए वे कई तरह के दृश्य – श्रव्य साधनों का प्रयोग करते हैं।
5) शारीरिक गतिक बुद्धि (Body-Kinesthetic Intelligence)- इस तरह की बुद्धि में शारीरिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखने की क्षमता तथा उपयोग करने की क्षमता निहित होती है। इस तरह की बुद्धि सर्जन नर्तक (dancer) तथा व्यायामकारों में अधिक होती है। इस तरह के व्यक्तियों को अपने शरीर की गति पर पर्याप्त नियंत्रण होता है तथा इस तरह के व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों से शारीरिक भाषा (body language), अभिनय (acting) और भूमिका निर्वाह (role playing) के माध्यम से संप्रेषण (communicate) करते हैं।
6) व्यक्तिगत आत्म बुद्धि (Personal Self Intelligence)- इस तरह की बुद्धि में अपनी रुचियों, लक्ष्यों, भावों एवं संवेगों में विभेद करने की क्षमता शामिल होती है। इस तरह के व्यक्तियों में बुद्धि, प्रेरक, दृढ़ इच्छाशक्ति आदि शक्तियाँ रहती हैं। वे अन्तदर्शन विधि का भी सहारा लेते हैं तथा इस तरह के व्यक्ति इसके लिए (अपने विचारों आदि को लिखने के लिए) पुस्तक डायरी आदि का उपयोग करते हैं।
7) व्यक्तिगत अन्य बुद्धि (Personal Other Intelligence)- इस तरह की बुद्धि में दूसरे व्यक्ति के साथ अन्तः क्रिया कर उसे समझना, दूसरे व्यक्ति की भावनाओं, प्रेरणाओं एवं आवश्यकताओं को समझना सम्मिलित होता है। इस तरह के व्यक्ति के बहुत सारे मित्र होते हैं तथा ये व्यक्ति समूह में रहना तथा समूह में कार्य करना पसंद करते हैं। इसीलिए ये सेमिनार और गोष्ठियों में अधिकांशतः भाग लेते हैं। इसके लिए वे टेलीफोन, वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग तथा ई-मेल आदि का प्रयोग करते हैं।
8) प्रकृतिवादी बुद्धि (Naturalistic Intelligence)- गार्डनर ने बुद्धि के इस प्रकार को 1998 के संशोधन के पश्चात् जोड़ा है। इससे तात्पर्य व्यक्ति की प्रकृति क जो पैटर्न एवं सममिति (Symmetry) सम्मिलित होते हैं, उसे सही-सही पहचान करने की क्षमता से होती है। इस प्रकार बुद्धि किसानों, जैव विज्ञानी एवं वनस्पति वैज्ञानिक आदि में अधिक होती है।
9) अस्तित्ववादी बुद्धि (Existentialistic Intelligence) – बुद्धि के इस प्रकार को गार्डनर महोदय ने 2000 के संशोधन में जोड़ा है। इससे तात्पर्य, मानव संसार के विषय में छिपे रहस्यों को जिन्दगी (जीवन) मौत (मृत्यु) एवं मानव अनुभूति के वास्तविक के विषय में उपयुक्त प्रश्न पूछकर जानने की क्षमता से होती है। इस प्रकार की बुद्धि दार्शनिकों एवं चिन्तकों में अधिक देखने को मिलती है।
गार्डनर के अनुसार उपर्युक्त प्रकार की बुद्धि में से प्रथम तीन का मापन बुद्धि परीक्षणों द्वारा आसानी से किया जा सकता है एवं अन्तिम छह का स्वरूप कुछ इस प्रकार का है जिनमें बुद्धि के परम्परागत अर्थ को विस्तृत किया गया है एवं इन छह प्रकार की बुद्धि के समर्थन में गार्डनर ने अपने सिद्धान्त में विकासात्मक, न्यूमनोवैज्ञानिक एवं व्यवहारात्मक साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं।
गार्डनर ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक सामान्य व्यक्ति में उपर्युक्त नौ प्रकार की बुद्धि होती है लेकिन कुछ विशेष कारणों, जैसे आनुवंशिकता अथवा प्रशिक्षण के कारण किसी व्यक्ति में कोई बुद्धि ज्यादा विकसित हो जाती है। समस्त नौ प्रकार की बुद्धि एक-दूसरे के साथ अन्तःक्रिया कराते हैं फिर भी प्रत्येक बुद्धि एक अर्धस्वायत्त तन्त्र (Semi Autonomous System) के रूप में कार्य करता है। यद्यपि मस्तिष्क के भीतर प्रत्येक बुद्धि एक संपुटित मापांक के रूप से होती है जो अपने-अपने नियमों एवं कार्य विधियों द्वारा संचालित होते हैं। यदि किसी कारण में मस्तिष्कीय क्षति व्यक्ति में हो जाने पर एक प्रकार की बुद्धि क्षतिग्रस्त हो जाती है तो इसका प्रभाव दूसरे प्रकार की बुद्धि पर नहीं पड़ता है।
Important Link…
- अधिकार से आप क्या समझते हैं? अधिकार के सिद्धान्त (स्रोत)
- अधिकार की सीमाएँ | Limitations of Authority in Hindi
- भारार्पण के तत्व अथवा प्रक्रिया | Elements or Process of Delegation in Hindi
- संगठन संरचना से आप क्या समझते है ? संगठन संरचना के तत्व एंव इसके सिद्धान्त
- संगठन प्रक्रिया के आवश्यक कदम | Essential steps of an organization process in Hindi
- रेखा और कर्मचारी तथा क्रियात्मक संगठन में अन्तर | Difference between Line & Staff and Working Organization in Hindi
- संगठन संरचना को प्रभावित करने वाले संयोगिक घटक | contingency factors affecting organization structure in Hindi
- रेखा व कर्मचारी संगठन से आपका क्या आशय है? इसके गुण-दोष
- क्रियात्मक संगठन से आप क्या समझते हैं? What do you mean by Functional Organization?