नवोदय विद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया एवं अध्ययन प्रक्रिया पर प्रकाश डालिए।
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नवोदय विद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया
सभी नवोदय विद्यालयो में लिखित परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश की शर्ते-
(क) सभी विद्यार्थियों के लिए
(i) लिखित परीक्षा के आधार पर छठी कक्षा में प्रवेश दिया जायेगा।
(ii) 5वीं कक्षा में उत्तीर्ण बालक ही लिखित परीक्षा में बैठ सकेंगे।
(iii) प्रवेशार्थी की आयु 12 से 14 वर्ष के बीच होनी चाहिए। यह शर्त अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों पर भी लागू होगी।
(iv) प्रवेश लेने वाले को किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में तीसरी, चौथी, और पाँचवीं की परीक्षा पास करनी होगी।
(v) प्रवेश परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर भी विद्यार्थी दूसरी बार परीक्षा में नहीं बैठ सकता।
(ख) ग्रामीण छात्रों के लिए
(i) जिला के 65 प्रतिशत स्थान ग्रामीण बालको के लिए होंगे शेष स्थान जिला के नगरीय छात्रों के लिए होगे।
(ii) ग्रामीण आरक्षित स्थानों से चयन किय छात्रों के लिए यह आवश्यक होगा कि उन्होंने तीसरी, चौथी, और पाँचवी कक्षा किसी ग्रामीण विद्यालय से उत्तीर्ण की हैं।
(ग) नगरीय शिक्षार्थियों के लिए
(i) जिन विद्यार्थियों ने दूसरी, तीसरी और चौथी कक्षा किसी नगर के विद्यालय से उत्तीर्ण की है, वे ही नागरीय छात्र समझे जायेगे।
(ii) जनगणना में जिन स्थानों की गणना नगरों में की गई है, वे ही नगर समझे जायेंगे। शेष सभी की गणना ग्रामों में होगी।
आरक्षण- किसी जिला या जनपद में अनुसूचित और अनुसूचित जनजाति के जितने प्रतिशत लोग होंगे उतने प्रतिशत स्थान उनके लिए विद्यालय में आरक्षित होंगे। ये स्थान राष्ट्रीय औस से कम नहीं होने चाहिए।
कुल स्थानों में से एक-तिहाई स्थान बालिकाओं के लिए आरक्षित होंगे। अन्य पिछड़े वर्ग (OBC) के लिए कोई स्थान आरक्षित नहीं होगा।
प्रवेश परीक्षा – नवोदय विद्यालयों में परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। यह प्रवेश परीक्षा 18 भारतीय भाषाओं में होगी। बालक ने जिस भाषा माध्यम से पाँचवी कक्षा उत्तीर्ण की है, उस भाषा माध्यम से वह प्रवेश परीक्षा में बैठेगा।
प्रवेश परीक्षा के प्रश्न-पत्रों का निर्माण इस प्रकार से होगा
विषय | प्रश्न-पत्र | समय | अंक |
1. | मानसिक योग्यता | 60 मिनट | 60 |
2. | भाषा | 30 मिनट | 20 |
3. | गणित | 30 मिनट | 20 |
नवोदय विद्यालयों में शिक्षा का माध्यम
इस तथ्य को सामने रखते हुए नवादेया विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले बालको ने पहले अपनी मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा प्राप्त की है, इन विद्यालयों में आठवीं कक्षा तक शिक्षा उसी माध्यम से प्रदान की जायेगी।
आठवीं कक्षा तक पढ़ाई कराते समय बालको को हिन्दी तथा आंग्ल का इतना ज्ञान करा दिया जायेगा कि वे उच्च कक्षाओं में इनके माध्यम से पढ़ाई कर सकें।
आठवी कक्षा के उपरान्त नवोदय विद्यालयों में शिक्षा का माध्यम इस प्रकार होगा।
(क) सामाजिक अध्ययन और हिन्दी भाषा मानवीय विषय
(ख) गणित और विज्ञान आंग्ल भाषा
नवोदय विद्यालय अध्ययन प्रक्रिया
प्रत्येक कक्षा में 80 छात्र होंगे जो दो वर्गों में विभाजित होंगे। प्रत्येक वर्ग में अधिक से अधिक 40 छात्र होंगे। 6 से 12 तक की कक्षाएं लगेंगी। सभी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास होगा। विद्यालय में इतनी प्रयोगशालाएँ आकाशवाणी संयन्त्र, दूरदर्शन संयन्त्र, लघु संगणक होंगे कि प्रत्येक कक्षा के शिक्षार्थी आधुनिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनका लाभ उठा सकें।
विद्यालय में मानव विज्ञान, वाणिज्य, विज्ञान, व्यावसायिक और शारीरिक शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न क्रीड़ाओं, सांस्कृतिक गतिविधियों, ललित कलाओं, शैक्षिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक स्थानों का भ्रमण आदि से प्राप्त अनुभवों को प्रोत्साहन दिया जायेगा। स्वच्छता, उद्यान कर्म की सुचारू व्यवस्था और परिवार को बेहतर रखने का उत्तरदायित्व विद्यार्थियों का होगा। श्रम के प्रति आस्था उत्पन्ना करने के लिए, पर्यावरण के प्रति चेतना जाग्रत करने के लिए विशिष्ट कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।
प्रवचन रूपी शिक्षा की अपेक्षा सक्रिय शिक्षा पर बल दिया जायेगा। अपने क्षेत्रों की गतिविधियों में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को अभिप्रेरित किया जायेगा।
विद्यार्थियों का स्थानान्तरण
नवोदय विद्यार्थियों की एक विशेषता इसकी स्थानान्तरण प्रक्रिया है। इस योजना के अन्तर्गत 9वीं कक्षा में आ जाने पर 30 प्रतिशत विद्यार्थियों का स्थानान्तरण अन्य विद्यालयो में किया जायेगा। हिन्दी भाषी छात्रों का स्थानान्तरघा अहिन्दी भाषी जनपदों या जिलों किया जायेगा और अहिन्दी भाषी छात्रों का स्थानान्तरण हिन्दी भाषी या अन्य भाषी जनपदों या जिलों में किया जायेगा।
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