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शिक्षक शिक्षा के प्रतिमान (MODELS OF TEACHER EDUCATION)
छात्रों को वर्तमान शैक्षिक वातावरण के अनुकूल बनाने के लिए प्रभावी शिक्षकों का होना आवश्यक है क्योंकि बिना शिक्षक के छात्र पतवार विहीन नौका के समान है। नाव को उचित दिशा प्रदान करने में जो भूमिका पतवार की होती है वही भूमिका छात्रों को उचित दिशा एवं शिक्षा प्रदान करने में एक शिक्षक की होती है। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने अनेक कार्यक्रमों को विकसित किया है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य शिक्षकों को शिक्षा प्रदान करना जिससे वे छात्रों को उचित प्रकार से शिक्षित कर सके। शिक्षक शिक्षा एक शैार्यक्रम है, जिसमें व्यक्ति को पूर्व प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक अध्ययन के लिए अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। शिक्षा के अन्तर्गत शिक्षकों को वर्तमान में प्रचलित तकनीकों से अवगत कराया जाता है। शिक्षक शिक्षा संस्थाओं में आईसीटी (ICT) के प्रभावात्मक उपयोग के द्वारा शिक्षक शिक्षा को और गुणात्मक बनाया जा सकता है।
शिक्षक शिक्षा से सम्बन्धित प्रतिमानों का कई संस्थाओं में सफलतापूर्वक संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद् (NCERT) द्वारा किया जा रहा है। उनमें से कुछ प्रमुख संस्थान जिन्हें शिक्षक शिक्षा प्रतिमान के रूप में माना जाता है उनका वर्णन निम्नलिखित है-
- केन्द्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (CIET),
- वनस्थली,
- इन्दौर एवं
- शान्ति निकेतन ।
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