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किशोरावस्था हेतु विकासात्मक पाठ (Developmental Lessons for Adolescence)
किशोरावस्था हेतु विकास के लिए निम्नलिखित पाठों का अध्ययन करना चाहिए-
1) पुरुषोचित एवं स्त्रीयोचित गुणों एवं व्यवहारों को करना सीखना ।
2 ) समान यौन एवं समान उम्र के व्यक्तियों के साथ स्वस्थ एवं समुचित सम्बन्ध स्थापित करना ।
3) विपरीत लिंग के साथ स्वस्थ एवं मित्रवत व्यवहार, शालीनता एवं सम्यता की सीमा का पालन करते हुए भद्र व्यवहार सीखना एवं करना ।
4) माता-पिता एवं अन्य सगे सम्बन्धियों तथा मित्रों से संवेगात्मक स्वतंत्रता को कायम रखना ।
5) अपनी योग्यता, क्षमता एवं रुचि के अनुसार व्यवसाय का चयन करना तथा उस व्यवसाय हेतु स्वयं को तैयार करना ।
6) पारिवारिक जीवन हेतु तैयार करना अर्थात विवाह संस्कार हेतु तैयार होना ।
7) सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने तथा सामाजिक नियमों एवं परम्पराओं के अनुसार व्यवहार करना तथा उनका निर्वहन करना।
8) आर्थिक स्वतन्त्रता प्राप्त करने हेतु प्रयास करना ।
9) समाज एवं राष्ट्र हेतु एक आदर्श नागरिक की भूमिका अदा करने का हर सम्भव प्रयास करना।
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