Contents
लाइकर्ट का नेतृत्व सिद्धांत या शैली (LIKERT’S THEORY ORSTYLE OF LEADERSHIP)
व्यवहारवादी दृष्टिकोण के अन्तर्गत लाइकर्ट की नेतृत्व शैली सर्वाधिक लोकप्रिय हैं : मिशीगन विश्वविद्यालय, यू. एस. ए. के रैनिस लाइकर्ट तथा उसके साथियों ने लगभग तीन दशक तक नेताओं और प्रबन्धकों के स्वरूप व शैलियों का (styles) गहन अध्ययन किया है। और उन्होंने नेतृत्व का सर्वमान्य सिद्धांत भी प्रतिपादित किया है। लाइकर्ट के अनुसार, नेता या प्रबन्धक की नेतृत्व प्रदान करने की चार क्रमिक शैलियां (styles) होती हैं- (1) शोषक निरंकुशक, (2) उदार निरंकुशक, (3) परामर्शदात्री, तथा (4) सहभागी समूह शैली।
(1) शोषक निरंकुशक (Exploitative Authocratic Style)
इस शैली (styles) को अपनाने वाले प्रबन्धक या नेता तानाशाही दृष्टिकोण रखते हैं। वे ही सारे निर्णय लेते हैं। वे हमेशा अधीनस्थों को आदेश देते हैं। वे अधीनस्थों पर विश्वास नहीं करते तथा उन्हें दण्ड और भय दिखाकर कार्य के लिए प्रेरित करते हैं। वे इस सिद्धांत के आधार पर कार्य लेते हैं कि या तो आदेशानुसार कार्य करो अन्यथा निकाल दिए जाओगे। इस प्रबन्धकीय या नेतृत्व शैली में प्रबन्धक और कर्मचारियों के मध्य पारस्परिक सद्भाव जारी भी नहीं रहता।
(2) उदार निरंकुशक शैली (Benevolent Autocratic Style)
इस शैली को अपनाने वाले नेता या प्रबन्धक भी निर्णय स्वयं ही लेते हैं, परन्तु कर्मचारियों को कम्पनी तथ निर्धारित क्रियाविधि (procedure) के अन्तर्गत कार्य करते हुए थोड़ी स्वतंत्रता एवं लोच प्रदान कर दी जाती है। वैसे तो अधिकांशतः अधीनस्थों को आदेश ही प्रदान किए जाते हैं, परन्तु कभी-कभी उनकी बात भी सुन ली जाती हैं। उन्हें कार्य को प्रेरित करने के लिए दण्ड तथा पुरस्कार दोनों का प्रयोग किया जाता है। इस शैली में भी प्रबन्धक तथा अधीनस्थों के मध्य पारस्परिक सद्भाव का अभाव पाया जाता है।
(3) परामर्शदात्री शैली (Consultative Style)
इस शैली को अपनाने वाले प्रबन्धक लक्ष्य निर्धारित करने तथा कार्य सम्बन्धी निर्णय लेने से पूर्व अधीनस्थ कर्मचारियों से परामर्श करना पसंद करते हैं। उनका अधीनस्थों में पर्याप्त मात्रा में विश्वास रहता है, अतः प्रबन्धक द्वारा उन्हें कार्य पूरा करने के सम्बन्ध में स्वयं निर्णय लेने की पर्याप्त स्वतंत्रता प्रदान की जाती है उन्हें कार्य को प्रेरित करने के लिए प्रबन्धक पुरस्कारों का उपयोग करता है, भय या दण्ड मुश्किल से ही कभी प्रयोग किया जाता है। इस शैली में प्रबन्धक व अधीनस्थों के मध्य पर्याप्त मात्रा में सद्भाव पाया जाता है।
(4) सहभागी समूह शैली (Participative Group Styles)
इस शैली को अपनाने वाले प्रबन्धक या नेता अपने अधीनस्थों पर पूर्ण विश्वास रखते हैं, सभी कार्यों में उनके विचारों व धारणाओं को सुना जाता है और उनमें से रचनात्मक विचारों को प्रयोग में लाया जाता है और पुरस्कृत किया जाता है। अधीनस्थ अपने प्रबन्धकों के साथ वैचारिक आदान-प्रदान में पूर्ण स्वतंत्रता तथा भययुक्त वातावरण का अनुभव करते हैं और प्रबन्धकों का पूर्ण सहयोग प्राप्त करते हैं। सम्पूर्ण संगठन में लक्ष्य निर्धारण तथा निर्णय में कर्मचारियों का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाता है। लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में हुई प्रगति के मूल्यांकन में भी अधीनस्थों को सहभागी बनाया जाता है। नेता अपने समूह तथा संस्था के अन्य उच्च स्तरीय समूहों या इकाइयों के मध्य एक कड़ी (link) का कार्य करता है।
रैनिस लाइकर्ट उपर्युक्त चारों शैलियों में से अन्तिम शैली सहभागी समूह शैली को सर्वोत्तम मानते हैं, क्योंकि इस शैली के अन्तर्गत नेता (प्रबन्धक) तथा अधीनस्थों के हित, लक्ष्य, आकांक्षाएं समान हो जाती हैं, अधीनस्थों को विकास का पूर्ण अवसर मिलता अतः वे लक्ष्य प्राप्ति के लिए अधिकतम मात्रा में अभिप्रेरित हो जाते हैं। लाइकर्ट ने अपने अध्ययन में यह पाया है। कि सहभागी समूह शैली को अपनाने वाले प्रबन्धक ही सर्वाधिक प्रभावशाली नेतृत्व प्रदान करने में सफल हुए हैं और इस शैली को लागू करने वाले उपक्रम लक्ष्य निर्धारित करने तथा उन्हें प्राप्त करने में औरों की तुलना में अधिक प्रभावपूर्ण तथा सफल सिद्ध हुए हैं।
Important Link…
- अधिकार से आप क्या समझते हैं? अधिकार के सिद्धान्त (स्रोत)
- अधिकार की सीमाएँ | Limitations of Authority in Hindi
- भारार्पण के तत्व अथवा प्रक्रिया | Elements or Process of Delegation in Hindi
- संगठन संरचना से आप क्या समझते है ? संगठन संरचना के तत्व एंव इसके सिद्धान्त
- संगठन प्रक्रिया के आवश्यक कदम | Essential steps of an organization process in Hindi
- रेखा और कर्मचारी तथा क्रियात्मक संगठन में अन्तर | Difference between Line & Staff and Working Organization in Hindi
- संगठन संरचना को प्रभावित करने वाले संयोगिक घटक | contingency factors affecting organization structure in Hindi
- रेखा व कर्मचारी संगठन से आपका क्या आशय है ? इसके गुण-दोष
- क्रियात्मक संगठन से आप क्या समझते हैं ? What do you mean by Functional Organization?