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एक कारक सिद्धान्त | Unitary or Monarchic Theory in Hindi

एक कारक सिद्धान्त | Unitary or Monarchic Theory in Hindi
एक कारक सिद्धान्त | Unitary or Monarchic Theory in Hindi

एक कारक सिद्धान्त (Unitary or Monarchic Theory)

यह अत्यन्त प्राचीन सिद्धान्त है। इस सिद्धान्त के अनुसार बुद्धि में केवल एक प्रतिभात्मक क्षमता (Intellectual Competency) सम्मिलित होती है तथा यह शक्ति व्यक्ति की सभी क्रियाओं में विद्यमान होती है। व्यक्ति इसका उपयोग जिस तरह किसी एक दिशा में करता है, ठीक उसी प्रकार दूसरी दिशा में भी करेगा। इससे तात्पर्य यह है कि यदि व्यक्ति में बुद्धि का भण्डार है तो वह उसको अपने जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रयुक्त कर सकता है और प्रत्येक क्षेत्र में एक जैसी ही सफलता अर्जित कर सकता है। परन्तु जब जीवन की वास्तविक स्थितियों की बात की जाती है तो इस सिद्धान्त द्वारा प्रतिपादित धारणा ठीक नहीं साबित होती है। हम पाते है, कि विज्ञान विषय में निपुण अभ्यर्थी समाजशास्त्र में योग्य नहीं बन पाता है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि बुद्धि में एक अकेला तत्व नहीं होता है बल्कि अन्य तत्व भी होते हैं। अतः एक कारक सिद्धान्त मान्य नहीं है।

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Anjali Yadav

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