Contents
एक कारक सिद्धान्त (Unitary or Monarchic Theory)
यह अत्यन्त प्राचीन सिद्धान्त है। इस सिद्धान्त के अनुसार बुद्धि में केवल एक प्रतिभात्मक क्षमता (Intellectual Competency) सम्मिलित होती है तथा यह शक्ति व्यक्ति की सभी क्रियाओं में विद्यमान होती है। व्यक्ति इसका उपयोग जिस तरह किसी एक दिशा में करता है, ठीक उसी प्रकार दूसरी दिशा में भी करेगा। इससे तात्पर्य यह है कि यदि व्यक्ति में बुद्धि का भण्डार है तो वह उसको अपने जीवन के किसी भी क्षेत्र में प्रयुक्त कर सकता है और प्रत्येक क्षेत्र में एक जैसी ही सफलता अर्जित कर सकता है। परन्तु जब जीवन की वास्तविक स्थितियों की बात की जाती है तो इस सिद्धान्त द्वारा प्रतिपादित धारणा ठीक नहीं साबित होती है। हम पाते है, कि विज्ञान विषय में निपुण अभ्यर्थी समाजशास्त्र में योग्य नहीं बन पाता है। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि बुद्धि में एक अकेला तत्व नहीं होता है बल्कि अन्य तत्व भी होते हैं। अतः एक कारक सिद्धान्त मान्य नहीं है।
Important Link…
- अधिकार से आप क्या समझते हैं? अधिकार के सिद्धान्त (स्रोत)
- अधिकार की सीमाएँ | Limitations of Authority in Hindi
- भारार्पण के तत्व अथवा प्रक्रिया | Elements or Process of Delegation in Hindi
- संगठन संरचना से आप क्या समझते है ? संगठन संरचना के तत्व एंव इसके सिद्धान्त
- संगठन प्रक्रिया के आवश्यक कदम | Essential steps of an organization process in Hindi
- रेखा और कर्मचारी तथा क्रियात्मक संगठन में अन्तर | Difference between Line & Staff and Working Organization in Hindi
- संगठन संरचना को प्रभावित करने वाले संयोगिक घटक | contingency factors affecting organization structure in Hindi
- रेखा व कर्मचारी संगठन से आपका क्या आशय है? इसके गुण-दोष
- क्रियात्मक संगठन से आप क्या समझते हैं? What do you mean by Functional Organization?