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ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या (Transdisciplinary Curriculum) : अर्थ, विशेषताएँ एंव सीमाएँ

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या (Transdisciplinary Curriculum) : अर्थ, विशेषताएँ एंव सीमाएँ
ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या (Transdisciplinary Curriculum) : अर्थ, विशेषताएँ एंव सीमाएँ

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या (Transdisciplinary Curriculum)

समस्त अन्तःविषय प्रयासों के संघ के रूप में ट्रान्स विषय (Trans Disciplinary) के विषय में विचार किया जा सकता है। अन्तःविषयक टीमों में उपस्थित कई विषयों के मध्य नया ज्ञान निहित होता है जिसे उत्पन्न किया जाता है। एक ट्रान्स विषयी टीम एक सन्यत्र है ये सभी विषयों को सम्बन्धित करने का प्रयास करती है। ट्रान्स विषय एक प्रकार से अन्य अन्तःविषयों का संघ है। इसमें अन्तःविषयी टीम नया ज्ञान उत्पन्न कर सकती है। चूँकि ज्ञान एक इकाई है तथा शिक्षा का उद्देश्य बालकों को ज्ञान की इस इकाई से परिचित कराना है। शिक्षा का यह उद्देश्य पाठ्य-विषय को अलग-अलग रूप में पढ़ाने से पूरा नही हो सकता है अर्थात् यह कार्य तभी पूरा हो सकता है जब विषयों को एक-दूसरे से सम्बन्धित करके पढ़ाया जाए और इस प्रकार सम्बन्धित किया जाए जिससे नया ज्ञान उत्पन्न हो जाए। ट्रान्स विषयी एक संघ के रूप में शिक्षा के इसी उद्देश्य को पूरा करता है। यह एक संघ के रूप में सभी अन्तःविषयों को सम्बन्धित स्वरूप प्रदान कर देता है। इससे ज्ञान को समयबद्ध रूप में प्रदान करना भी आसान हो जाता है। विभिन्न अन्तःविषयों में नया ज्ञान छिपा होता है इन विषयों की टीम के माध्यम से व्यक्ति एक नवीन ज्ञान से परिचित होता है। यह नवीन ज्ञान व्यक्ति को नई रोशनी तथा नए उद्देश्य प्रदान करता है जो अन्य विषयों से सर्वथा भिन्न स्वरूप लिए होते हैं।

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या की विशेषताएँ (Characteristics of Transdisciplinary Curriculum)

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

  1. यह विषयों के एकीकरण (Integration) का उच्चतम स्तर होता है।
  2. इसमें सम्मिलित विषय सभी क्षेत्रों में अपना योगदान देते हैं। जिससे छात्र किसी भी विषय पर सरलता से प्रोजेक्ट का निर्माण कर सकता है।
  3. छात्र का ध्यान अपने चयनित प्रोजेक्ट पर ही होता है।
  4. इसके माध्यम से छात्रों में कल्पना, रचनात्मकता, अनुसन्धान विश्लेषण और संश्लेषण जैसे गुणों को सरलता से विकसित किया जा सकता है।
  5. यह विषय आधारित ज्ञान एवं अनौपचारिक रूप से कौशलों के विकास पर केन्द्रित होती है।
  6. वास्तविक जीवन के सन्दर्भ पर बल देती है।

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या की सीमाएँ (Limitations of Transdisciplinary Curriculum)

ट्रान्स विषयी पाठ्यचर्या की सीमाएँ निम्नलिखित है-

  1. एक साथ कई कौशलों को छात्रों में विकसित करना जटिल होता है।
  2. छोटे बच्चों के लिए अनुपयुक्त होती है।
  3. सभी प्रकरणों को वास्तविक जीवन से सम्बन्धित करना सम्भव नहीं है।

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Anjali Yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

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