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वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? इसके विकास

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? इसके विकास
वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? इसके विकास

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है? इसके विकास का वर्णन कीजिये । 

वर्ल्ड वाइड वेब (WWW-World Wide Web)

 यह इंटरनेट पर उपलब्ध सर्वाधिक लोकप्रिय व उपयोगी सेवा है। यह हाइपर लिंक द्वारा आपस में जुड़े हुए सूचनाओं का विशाल समूह है जिसे इंटरनेट पर web browser की सहायता से प्राप्त किया जा सकता है। वर्ल्ड वाइड वेब एक ऐसा तंत्र है जिसमें विभिन्न कंप्यूटरों में एकत्रित सूचनाओं को Hyper text documents की सहायता से एक-दूसरे से जोड़ा जाता है। इन सूचनाओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने के लिए Hyper text transfer protocol का प्रयोग किया जाता है। वर्ल्ड वाइड वेब (www) ने इंटरनेट पर सूचनाओं का आदन प्रदान आसान बनाया है तथा इंटरनेट को ‘सूचना राजमार्ग’ (information Highway) में परिवर्तित कर दिया है।

वर्ल्ड वाइड वेब पर संग्रहित प्रत्येक पेज web page कहलाता है। ये वेब पेज ‘एचटीएमएल (hyper text mark-up language) का प्रयोग कर तैयार किए जाते हैं तथा hyperlink द्वारा एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। वह स्थान जहाँ ये web page संग्रहित रखे जाते हैं, web site कहलाता है। प्रत्येक web site का प्रथम पृष्ठ, जो उसके अंदर स्थित सूचनाओं की सूची प्रदान Home Page कहलाता है। किसी वेब साइट को खोलने पर सबसे पहले home page : ही दिखाई पड़ता है। वेब पेज को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक भेजने के लिए hyper text transfer protocol (HTTP) का प्रयोग किया जाता है। इस प्रोटोकाल से इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाला कंप्यूटर web server कहलाता है। जबकि इस सेवा का उपयोग करने वाला web client कहलाता है।

वर्ल्ड वाइड वेब का विकास (Development of WWW)

 वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) के विकास का प्रस्ताव सर्वप्रथम (CERN-European Organization for Nuclear Research) के वैज्ञानिक टिम बर्नर्स ली (Tim Berners Lee) ने 1989 ई. में दिया था। इसका उद्देश्य एक ऐसे वातावरण का विकास करना था जिसमें हाइपर टेक्स्ट डाक्यूमेंट्स का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साझा उपयोग किया जा सके। वर्ल्ड वाइड वेब का पहला प्रयोग 6 अगस्त 1991 ई. को किया गया। 1993 में मार्क एण्डरसन (Marc Andresen) वर्ल्ड वाइड वेब पर प्रयोग के लिए पहला Graphical user Interface (GUI) वेब ब्राउसर विकसित किया जिसे Mosaic नाम दिया गया। 1993 में ही CERN ने वर्ल्ड वाइड वेब को सभी लोगों के उपयोग के लिए निःशुल्क बना दिया। 1994 में टिम बर्नर्स ली के प्रयासों से वर्ल्ड वाइड वेब के लिए विभिन्न मानकों तथा प्रोटोकाल का विकास करने के लिए वर्ल्ड वाइड वेब संघ (World Wide Web Consortium-W3C) की स्थापना की गई। वर्ल्ड वाइड वेब के विकास में अपने योगदान के कारण ही टिम बर्नर्स ली को ‘Father of world wide web’ कहा जाता है।

वर्ल्ड वाइड वेब तथा इंटरनेट में अंतर

 इंटरनेट पर उपलब्ध सेवा वर्ल्ड वाइड वेब (www) लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सामान्यतः वर्ल्ड वाइड वेब तथा इंटरनेट का प्रयोग एक ही अर्थ में किया जाता है। पर वास्तव में वर्ल्ड वाइड वेब इंटरनेट का एक उपयोग मात्र है। वर्ल्ड वाइड वेब तथा इंटरनेट में कुछ मूलभूत अंतर इस प्रकार हैं-

  1. इंटरनेट एक अंतर्राष्ट्रीय संचार नेटवर्क (Communication Network) है जो हार्डवेयर व साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर दुनियाभर में फैले बड़े कंप्यूटर नेटवर्कों को आपस में जोड़ता है। दूसरी तरफ, वर्ल्ड वाइड वेब हाइपरलिंक द्वारा आपस में जुड़े सूचनाओं का एक समूह है जिनका साझा उपयोग किया जा सकता है।
  2. इंटरनेट के लिए इंटरनेट प्रोटोकाल सूइट (TCP तथा IP) का प्रयोग किया जाता है जबकि वर्ल्ड वाइड वेब हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकाल (http) का प्रयोग करता है।
  3. इंटरनेट के प्रयोग के लिए इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet Service Provider) को शुल्क देना पड़ता है जबकि वर्ल्ड वाइड वेब इंटरनेट पर उपलब्ध एक निःशलुक सुविधा है।
  4. इंटरनेट हार्डवेयर तथा साफ्टवेयर दोनों के समन्वय से कार्य करता है जबकि वर्ल्ड वेब केवल विभिन्न साफ्टवेयर का उपयोग करता है।
  5. वर्ल्ड वाइड वेब एक सुविधा है और इंटरनेट उस तक पहुँचने का माध्यम हैं।

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Anjali Yadav

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