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राहुल बजाज का जीवन परिचय | Rahul Bajaj Biography In Hindi

राहुल बजाज का जीवन परिचय | Rahul Bajaj Biography In Hindi
राहुल बजाज का जीवन परिचय | Rahul Bajaj Biography In Hindi

राहुल बजाज का जीवन परिचय (Rahul Bajaj Biography In Hindi)

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भारत के दस प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों में से एक बजाज समूह भी है और राहुल बजाज इसके चेयरमैन हैं। बजाज समूह ने स्वचालित वाहनों की विविध श्रृंखलाएं उपभोक्ताओं को प्रदान की हैं। इसके अलावा घरेलू उपकरण, वैद्युतीय उपकरण, लौह एवं इस्पात, बीमा पर्यटन और वित्तीय कारोबार भी बजाज समूह के द्वारा संपादित किए जाते रहे हैं। राहुल बजाज भारत के ऐसे यशस्वी उद्यमी हैं, जो अनेकानेक रूप से प्रतिभा संपन्न हैं और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने कारोबारी कौशल के लिए जाने जाते हैं।

नाम (Name) राहुल बजाज
प्रसिद्दि (Famous For ) बजाज समूह के मानद अध्यक्ष -संस्थापक
जन्मदिन (Birthday) 10 जून 1938
उम्र (Age ) 83 साल  (मृत्यु के समय)
जन्म स्थान (Birth Place) कलकत्ता , बंगाल प्रेसीडेंसी , ब्रिटिश भारत
(अब कोलकाता , पश्चिम बंगाल , भारत)
मृत्यु की तारीख (Date Of Death ) 12 फरवरी 2022
मृत्यु की वजह  (Reason Of Death )  निमोनिया से मृत्यु
मृत्यु का स्थान (Palace Of Death ) पुणे , महाराष्ट्र , भारत
शिक्षा  (Educational ) बीए , एमबी, एलएलबी
स्कूल (School ) कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल
कॉलेज (Collage ) • सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली
• हर्षल लॉ कॉलेज, मुंबई
• गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, मुंबई
• हार्वर्ड बिजनेस स्कूल
नागरिकता (Citizenship) भारतीय
गृह नगर (Hometown) पुणे , भारत
धर्म (Religion) हिन्दू
जाति (Cast ) मारवाड़ी
आँखों का रंग (Eye Color) काला
बालो का रंग( Hair Color) सफ़ेद
पेशा (Occupation) भारतीय उद्यमी
वैवाहिक स्थिति Marital Status विवाहित
शादी की तारीख (Marriage Date ) साल 1961
संपत्ति (Net Worth ) 9.2 बिलियन डॉलर

राहुल बजाज हार्वर्ड, सेंट स्टीफेंस और कैथोड्रल के भूतपूर्व छात्र रहे हैं। इन्होंने 1965 में बजाज समूह का उत्तराधिकार पूर्ण जिम्मेदारी व निष्ठा के साथ ग्रहण किया गया था। इनकी नेतृत्व क्षमता में बजाज ऑटो का कारोबार 72 मिलियन से 46.16 बिलियन तक पहुंच गया। लाइसेंस और परमिट राज जब भारत में कायम था, उस समय राहुल बजाज ने भारत की श्रेष्ठ कंपनियों को गठित किया और उन्हें सफलता के साथ चलाया भी। उस समय कारोबार के लिए कठिन परिस्थितियां थीं। उस दौर में इन्होंने कई फैक्टरियां स्थापित की गईं। 1980 में बजाज ऑटो के द्वारा स्कूटर उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर किया जा रहा था। यदि स्कूटर की गुणवत्ता की बात की जाए तो इनका चेतक ब्रांड का स्कूटर पाने के लिए लोग बुकिंग करवाकर 10 वर्षों तक इंतजार करते थे।

उदारवादी अर्थव्यवस्था ने जब भारत में दस्तक दी तो बजाज ऑटो को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उदारवादी व्यवस्था के कारण विदेशी आयात आसान हो गया तो विदेशी बहुर्राष्ट्रीय कंपनियों के सस्ते उत्पाद भारत में प्रविष्ट हो गए, जिनमें होंडा कंपनी के उत्पादों का उदाहरण दिया जा सकता है। उस समय बॉम्बे क्लब के राहुल बजाज मुखिया थे, जो उदारवादी अर्थव्यवस्था की आलोचना कर रहा था। स्कूटर की बिक्री एकाएक घटने लगी, क्योंकि लोगों का रुझान मोटरसाइकिलों की ओर हो गया था और प्रतिद्वंद्वी हीरो होंडा कंपनी उसमें प्रथम स्थान पर थी।

मंदी और स्टॉक बाजार के 2001 में औंधे मुंह गिरने के पश्चात् लगने लगा था। कि अब बजाज कंपनी के गिने-चुने दिन ही शेष रह गए हैं। तथापि बजाज ऑटो ने स्वयं को पुनः आविष्कृत किया और विश्वस्तरीय फैक्टरी की स्थापना चकन (Chakan) में की और बजाज पल्सर मोटरसाइकिल का उत्पाद बाजार में उतारा। करिश्मा ऐसा हुआ कि बजाज पल्सर आज भी अपने दर्जे का प्रमुख उत्पाद बना हुआ है।

राहुल बजाज को महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए भी मनोनीत किया गया। शक्कर बनाने का कारखाना लगाकर, जो उद्योग 1931 में आरंभ किया गया था, वह देश का सबसे बड़ा व्यावसायिक घराना बनकर उभरा। उनकी उत्पादक गतिविधियों के केंद्र में उपभोक्ता जगत के सभी उत्पादों की श्रृंखला मौजूद रहीं।

नई सहस्त्राब्दी के प्रवेश पर इस कई उद्योगों के संघटक उद्यमी के कारोबार की आमद 1300 यू.एस. मिलियन डॉलर्स हो चुकी थी और इनका शुद्ध मुनाफा 5.8 मिलियन डॉलर्स हो चुका था। 2001 में ये भारत के औद्योगिक घरानों में पांचवें क्रमांक पर थे। उस समय 25 कंपनियां इन्होंने चलाई जा रही थीं और उनमें 25,000 से ज्यादा कर्मचारी कार्यरत थे।

इस सबके केंद्र में, जो शक्ति थी, वह थी अडिग विश्वास की शक्ति- जिसने कठिन परिस्थितियों में भी इनके हौसले को डिगने नहीं दिया था।

राहुल बजाज का परिवार (Rahul Bajaj Family Tree )

Bajaj Family
Bajaj Family Tree

पुरस्कार और सम्मान

आर्थिक और व्यापर के क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान को देखते हुए, राहुल को अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

  • सन 2001 में भारत सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण’ प्रदान किया
  • हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा अलुमिनी (पूर्व छात्रों) अचीवमेंट पुरस्कार प्राप्त हुआ
  • नवभारत टाइम्स, अर्न्स्ट एंड यंग और सीएनबीसी टीवी 18 द्वारा “लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार” से नवाजा गया
  • फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति द्वारा “नाइट इन द आर्डर ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर” नियुक्त किया गया
  • भारत सरकार ने राहुल बजाज को 1975 से लेकर 1977 तक ऑटोमोबाइल और संबद्ध उद्योगों के विकास परिषद का अध्यक्ष बनाया
  • साल 1975 में उन्हें राष्ट्रीय गुणवत्ता एश्योरेंस संस्थान द्वारा ‘मैन ऑफ़ द ईयर” के पुरस्कार से सम्मानित किया गया
  • सन 1990 में प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें बॉम्बे मैनेजमेंट एसोसिएशन पुरस्कार प्राप्त किया
  • प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने उन्हें “प्रिंस ऑफ़ वेल्स इंटरनेशनल बिज़नेस लीडर्स फोरम” का सदस्य फरवरी 1992 में बनाया।
  • FIE फाउंडेशन ने उन्हें साल 1996 में राष्ट्र भूषण सम्मान से पुरष्कृत किया
  • लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट ने सन 2000 में श्री बजाज को तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया

राहुल बजाज की कुल संपत्ति ( Rahul Bajaj Net Worth )

उनकी कुल संपत्ति $4.4 बिलियन आंकी गई थी। 2019 की सूची में फोर्ब्स इंडिया के 100 सबसे अमीर लोगों के अनुसार, बजाज परिवार की कुल संपत्ति 9.2 बिलियन डॉलर है और यह भारत का 11 वां सबसे अमीर परिवार है।

FAQ

राहुल बजाज कौन थे ?

राहुल बजाज एक भारतीय व्यवसायी, उद्योगपति, राजनीतिज्ञ, फोर्ब्स अरबपति और भारतीय संसद के सदस्य हैं।

बजाज कंपनी का मालिक कौन है

राहुल बजाज

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About the author

Anjali Yadav

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