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करसनभाई पटेल की जीवनी- निरमा समूह के संस्थापक

करसनभाई पटेल की जीवनी- निरमा समूह के संस्थापक
करसनभाई पटेल की जीवनी- निरमा समूह के संस्थापक

करसनभाई पटेल का नाम लोकप्रिय उत्पाद ‘निरमा’ के साथ जुड़ा हुआ है। निरमा उत्पाद की सफलता की गाथा करसनभाई की कामयाबी की कहानी भी है। इनके जीवन की दास्तान उसी दंतकथा का प्रतिबिंब है, जिसमें कोई इंसान चिथड़ों में पलकर समृद्धि तक की यात्रा पूर्ण करता है। इन्होंने प्रचलित कारोबारी सिद्धांतों को धता बताकर नए सिद्धांतों की रचना की।

करसनभाई पटेल का जीवन परिचय : एक नजर में

नाम (Name) करसनभाई पटेल (Karsanbhai Patel)
जन्म (Birth) 13 अप्रैल 1944
उम्र (Age) 78 वर्ष (2022 में)
जन्म स्थान (Birth Place) पाटन, मेहसाना, गुजरात (भारत)
गृहनगर (Hometown) पाटन, मेहसाना, गुजरात (भारत)
स्कुलिंग (Schooling) मेहसाना के स्थानीय स्कूल से
विश्वविद्यालय (University) जानकारी नहीं
शिक्षा (Education) रसायन शास्त्र विषय मे बी.एस.सी की डिग्री
राष्ट्रीयता (Nationality) भारतीय
धर्म (Religion) हिन्दू
जाति (Cast) गुजराती
पेशा (Profession) उद्योगपति, निरमा समूह के संस्थापक
सक्रिय वर्ष (Active Year) 1969 से 2012 तक सक्रिय (निरमा समुह में)
पत्नी (Wife)  नाम ज्ञात नहीं
प्रसिद्धि (Famous for) उद्योगपति, निरमा समूह के संस्थापक के रूप में
वेबसाइट (Website) www.nirma.co.in

करसनभाई खोडीदास पटेल का जन्म 1945 में मेहसाणा, गुजरात के कृषक परिवार में हुआ था। इन्होंने भू-विज्ञान और खान विभाग, गुजरात सरकार के अंतर्गत प्रयोगशाला सहायक के रूप में सेवाएं दीं। 1969 में करसनभाई ने 25 वर्ष की कम उम्र में लघु कुटीर उद्योग के अंतर्गत एक उपक्रम आरंभ किया। इन्होंने उच्च स्तरीय धुलाई वाश का देशी पाउडर विकसित किया, वह भी एक तिहाई भावों पर । इतना सस्ता होने के बाद भी गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया गया था। करसनभाई ने पाउडर का नाम अपनी पुत्री निरुपमा को ध्यान में रखकर निरमा रखा था।

इस समय कपड़े धोने के डिटर्जेंट पाउडर का घरेलू बाजार बेहद सीमित था और बहुराष्ट्रीय कंपनियों का उच्च आय वर्ग में प्रभुत्व था और वही लोग डिटर्जेंट पाउडर का प्रयोग करते थे। साधारण व्यक्ति उस समय डिटर्जेंट पाउडर से वस्त्र धोने को बेहद खर्चीला मानता था, क्योंकि साबुन की टिकिया से काम चल जाता था। उस दौर में करसनभाई ने घर-घर जाकर अपना बनाया डिटर्जेंट पाउडर बेचना शुरू किया। सफलता निश्चित इस कारण भी थी कि इनका बनाया गया पाउडर महज 3 रुपये प्रति किलो की दर का था, जबकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों का पाउडर 13 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा था। डिटर्जेंट पाउडर के क्षेत्र में निरमा की धमाकेदार प्रविष्टि ने एक क्रांति ला दी थी और सीमित समय में ही निरमा ने अपना उपभोक्ता बाजार बना लिया और महंगे उत्पाद के उपभोक्ताओं में भी सेंध लगा दी। इससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रचलित उत्पादों की हालत खस्ता हो गई और इनके लिए बाजार में फंसा पैसा वसूलना भी कठिन हो गया। निरमा ने शीघ्र ही बाजार के बड़े हिस्से पर अपना कब्जा कर लिया।

अब इस पर भी तुर्रा यह कि निरमा का निर्माण आदर्शवादी फॉर्मूले पर आधारित था, जो इस कारण अनुकरणीय था कि वह प्राकृतिक रूप से भी सुरक्षित था। इस कारण डिटर्जेंट बाजार के पूर्व महारथियों को भी विवश होना पड़ा कि वे नए फॉर्मूले की अच्छाइयों पर ध्यान दें, अन्यथा इनके निर्माण की प्रक्रिया में श्रमिक बाहुल्य की अनिवार्यता थी, जिससे रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई थी।

करसनभाई एक के पश्चात् दूसरी सफलता अर्जित करते चले गए। सस्ते-सुलभ डिटर्जेंट पाउडर के क्षेत्र में स्वयं का नेतृत्व कायम कर लेने के बाद निरमा ने साबुन की टिकिया और उच्च स्तरीय डिजर्टेंट पाउडर के क्षेत्र में भी हाथ आजमाया और वहां भी उन्हें समान सफलता प्राप्त हुई। शीघ्र ही उच्च कोटि के डिटर्जेंट उत्पाद ने बाजार के 20 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया।

करसनभाई ने जिस प्रकार से सफलता प्राप्त की, उसकी सभी के द्वारा प्रशस्ति की गई। इन्हें ‘लघु स्तरीय कुटीर उद्योग, भारत’ की एसोशिएसन के द्वारा ‘उद्योग रत्न’ शीर्षक का सम्मान प्रदान किया गया। चैंबर ऑफ कॉमर्स, गुजरात के द्वारा भी करसनभाई को ‘अस्सी के दशक का विलक्षण उद्यमी’ का खिताब प्रदान किया गया था। सरकार के द्वारा भी इन्हें तेल, साबुन और प्रक्षालक परिषद का दो बार सभापति बनाकर अपना विश्वास प्रदर्शित किया।

निरमा उत्पाद, उन कुछ भारतीय उत्पादों में शामिल किया जाता है, जिसने संपूर्ण भारतीय उत्पाद के रूप में अपनी सच्ची पहचान बनाने में सफलता प्राप्त की, साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियों को इस उत्पाद न केवल चुनौती दी, बल्कि बाजार के उन नियमों की व्याख्या भी की, जिनके द्वारा उपभोक्ता के हृदय जीते जाते हैं। निरमा ने सदैव ‘धन का मूल्य चुकाने की नीति’ को ही अपना मूलमंत्र बनाए रखा। निरमा ने इसी मूलमंत्र को अपने अन्य उपभोक्ता उत्पादों यथा खाद्य पदार्थों की श्रृंखला, सौंदर्य प्रसाधन व ‘पैकेज्ड फूड’ पर भी समान रूप से लागू किया । सुस्पष्ट बाजार की नीति व अपने उपभोक्ताओं पर सतत् चौकस दृष्टि और खरी मूलभूत संरचना ने निरमा को बाजार का नेतृत्व करने की क्षमता स्वतः ही प्रदान कर दी। इसके अलावा वितरण प्रणाली की मजबूती, उत्पाद को सुरक्षित बनाना और कम खर्च पर किए गए इश्तहार ने यह मुमकिन बनाया कि रियायती दरों पर उपभोक्ताओं को श्रेष्ठ उत्पाद प्रदान किए जा सकें।

वर्तमान परिदृश्य में 65 वर्षीय डॉक्टर करसनभाई के. पटेल प्रभावी नीतियों के माध्यम से निर्णय लेने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं और इन्होंने आसन्न उत्तराधिकारियों को भी प्रबंधकीय क्षमताओं में निपुण बना दिया है। श्री राकेश के. पटेल एक प्रशिक्षित प्रबंधकीय स्नातक हैं, जिनकी उपलब्धि ये है कि वे उत्पादन में प्रचालन कार्य को कुशल नेतृत्व द्वारा पूर्ण कर रहे हैं, जबकि श्री हीरेन के. पटेल विद्वान रसायन अभियांत्रिक होने के अतिरिक्त दक्ष प्रबंध स्नातक भी हैं और विपणन तथा वित्तीय कार्यों को संगठित रूप से पूर्ण कर रहे हैं। कल्पेश पटेल अधिशासी निदेशक के रूप में व्यावसायिक संगठन को नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं। अत: करसनभाई पटेल का जीवन किसी भी नव व्यवसायी के लिए प्रेरणा का स्रोत हो सकता है कि कैसे कठोर परिश्रम से सीमित पूंजी होने पर भी उच्च कोटि की सफलता प्राप्त की जा सकती है।

करसनभाई पटेल के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : करसनभाई पटेल कौन है ?

उत्तर : करसनभाई पटेल एक भारतीय उद्योगपति एवं ‘निरमा समूह’ के संस्थापक हैं। वर्ष 1969 में उन्होंने ‘निरमा समूह’ कि नींव रखी थी।

प्रश्न : करसनभाई पटेल का जन्म कब हुआ था ?

उत्तर : करसनभाई पटेल का जन्म 13 अप्रैल 1944 को गुजरात के मेहसाना में हुआ था।

प्रश्न : करसनभाई पटेल की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 78 वर्ष (2022 मे)

प्रश्न : करसनभाई पटेल किस देश से हैं ?

उत्तर : भारतीय।

प्रश्न : करसनभाई पटेल किस राज्य से हैं ?

उत्तर : गुजरात।

प्रश्न : करसनभाई पटेल की शादी किससे हुई हैं ?

उत्तर : जानकारी नहीं

प्रश्न : करसनभाई पटेल के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : 3 बच्चे।

प्रश्न : करसनभाई पटेल ने निरमा की स्थापना कब की थी ?

उत्तर : वर्ष 1969 में।

प्रश्न : निरमा समूह के संस्थापक कौन हैं ?

उत्तर : करसनभाई पटेल

प्रश्न : करसनभाई पटेल की नेटवर्थ कितनी हैं ?

उत्तर : फोर्ब्स के अनुसार दिसंबर 2022 तक करसन भाई पटेल की कुल नेटवर्क 2.9 बिलियन डॉलर आंकी गई है।

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About the author

Anjali Yadav

इस वेब साईट में हम College Subjective Notes सामग्री को रोचक रूप में प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं | हमारा लक्ष्य उन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की सभी किताबें उपलब्ध कराना है जो पैसे ना होने की वजह से इन पुस्तकों को खरीद नहीं पाते हैं और इस वजह से वे परीक्षा में असफल हो जाते हैं और अपने सपनों को पूरे नही कर पाते है, हम चाहते है कि वे सभी छात्र हमारे माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकें। धन्यवाद..

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