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वर्गीज कुरियन का जीवन परिचय- मिल्क मैन | Biography of Verghese Kurien in Hindi

वर्गीज कुरियन का जीवन परिचय- मिल्क मैन | Biography of Verghese Kurien in Hindi
वर्गीज कुरियन का जीवन परिचय- मिल्क मैन | Biography of Verghese Kurien in Hindi

वर्गीज कुरियन का जीवन परिचय- मिल्कमैन (Biography of Verghese Kurien in Hindi)

वर्गीज कुरियन का जीवन परिचय- डॉक्टर वर्गीज कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति के मसीहा या श्वेत क्रांति के जनक के रूप में याद किया जाता है। इन्हें भारत का ग्वाला (मिल्कमैन) का उपनाम भी हासिल हुआ। डॉक्टर वर्गीज कुरियन डेयरी विकास कार्यक्रमों के प्रमुख शिल्पकार रहे हैं और ‘ऑपरेशन फ्लड’ के नाम से दुग्ध कार्यक्रम को क्रमोन्नत किया गया। ये गुजरात को-ऑपरेटिव मिल मार्केटिंग फेडरेशन लि. के चेयरमैन भी रहे। इनका नाम अमूल उत्पाद का पर्यायवाची बन गया था।

वर्गीज कुरियन
जन्म 26 नवम्बर 1921
कोझीकोड, केरल
मृत्यु सितम्बर 9, 2012 (उम्र 90)
नाडियाड, गुजरात, भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
अन्य नाम श्वेत क्रांति के जनक
व्यवसाय अमूल के संस्थापक
प्रसिद्धि कारण भारत में श्वेतक्रांति के जनक
वेबसाइट
http://www.drkurien.com

इनका जन्म 26 जनवरी, 1921 को कोझीकोड़, केरल में हुआ। 1940 में मद्रास के लोयोला कॉलेज से भौतिकी में इन्होंने स्नातक स्तरीय उपाधि प्राप्त की । उसके पश्चात् वर्गीज कुरियन ने मद्रास विश्वविद्यालय से मैकेनिकल में स्नातक स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण की। फिर सरकारी छात्रवृत्ति प्राप्त की और मिशीगन स्टेट विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की स्नातकोत्तर उपाधि भी अच्छे अंकों से प्राप्त की। इस दौरान इन्होंने टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी में भी इंजीनियरिंग का विशिष्ट पाठ्यक्रम पूर्ण किया गया, जो जमशेदपुर के संस्थान से पूर्ण किया गया। फिर नौ माह तक इन्होंने नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरू से डेयरी इंजीनियरिंग का विशष्ट प्रशिक्षण भी प्राप्त किया गया।

1948 में वर्गीज कुरियन भारत लौटे और भारत सरकार के डेयरी विभाग से जुड़ गए। मई, 1949 में इन्हें डेयरी इंजीनियर के बतौर राजकीय रिसर्च डेयरी आनंद गुजरात में पदस्थापना दी गई, जहां मिल्क पाउडर का कारखाना भी था । लगभग इसी समय में नई स्थापित की गई सहकारिता डेयरी ‘कायरा डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लि.’ अपना अस्तित्व बचाने को संघर्ष कर रही थी और उसकी स्पर्धा निजी क्षेत्र की पॉलसन डेयरी के साथ थी, जिसका कद निश्चय ही काफी बड़ा था।

इस चुनौती के रोमांच के तहत कुरियन ने सरकारी नौकरी छोड़ दी और स्वेच्छा से श्री त्रिभुवनदास पटेल की मदद करने लगे, जो ‘कायरा डिस्ट्रिक्ट कॉ- ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लि.’ के चेयरमैन थे और दूध का प्लांट लगाने का प्रयास कर रहे थे। दोनों के साथ से अमूल का जन्म हुआ और फिर जो कामयाबी प्राप्त हुई, वह इतिहास बन चुकी है। 1965 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की स्थापना वर्गीज कुरियन की अगुवाई में की, ताकि अमूल की सफलता की कहानी संपूर्ण देश में सफलता के साथ दोहराई जा सके। 1973 में कुरियन ने गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन की स्थापना की, ताकि डेयरी के उत्पादों का विपणन किया जा सके। डॉक्टर कुरियन के नेतृत्व में भारत विश्व का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बनकर उभरा।

इस प्रकार अपनी प्रसिद्ध उपलब्धियों के साथ डॉक्टर कुरियन ने कीर्तिमान बनाए तो उन्हें सम्मान एवं पुरस्कारों की प्राप्ति भी हुई। इन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार 1963 में सामुदायिक नेतृत्व के लिए प्रदान किया गया। 1965 में पद्मश्री, 1966 में पद्म विभूषण, 1986 में कृषि रत्न पुरस्कार, 1989 में वाटेलर शांति पुरस्कार, जो कार्नेगी फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है, प्राप्त हुआ। 1989 में ही वर्ल्ड फूड प्राइज लॉरिस्ट भी प्राप्त हुआ। 1993 में इंटरनेशनल पर्सन ऑफ दि ईयर का पुरस्कार वर्ल्ड डेयरी एक्सपो, अमेरिका द्वारा प्रदान किया गया। 1999 में इन्हें पद्म विभूषण भारत सरकार के द्वारा प्रदान किया गया नागरिक सम्मान था।

FAQ-

भारत में श्वेत क्रांति के जनक कौन है?

वर्गीज कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति का जनक कहा जाता है।

श्वेत क्रांति का जनक किसे कहा जाता है और क्यों?

श्वेत क्रांति का जनक किसे कहा जाता है? श्वेत क्रांति का जनक डॉ वर्गीज कुरियन को कहा जाता है। श्वेत क्रांति भारत की प्रभावशाली योजना है कि जिसने भारत को पूरी दुनिया में दूध के व्यवसाय में अग्रगण्य ने बनाया। इस ऑपरेशन के कारण भारत की दूध की कमी दूर हो गई और दूध के व्यवसाय में भारत दुनिया में अच्छा खासा नाम कमाया।

World श्वेत क्रांति के जनक कौन है?

भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन ने दूध की कमी से जूझने वाले देश को दुनिया का सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला देश बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. उनका जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर 1921 को हुआ था.

श्वेत क्रांति की शुरुआत कहाँ से हुई?

सही उत्‍तर गुजरात है। श्वेत क्रांति की शुरुआत 1970 में हुई थी। यह भारत के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की एक पहल थी और दुनिया में सबसे बड़ा डेयरी विकास कार्यक्रम था।

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About the author

Anjali Yadav

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