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कहानी लिखने के नियम क्या है?
targetnotes.com के इस लेख में हम आपको कहानी लिखने के नियम क्या है (Kahani likhne ke niyam kya hai) यह बताएंगे। यह लेख उन लोगों की मदद कर सकती है, जो कहानी लिखने के नियम क्या है, कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है एवं कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए यह जानना चाहते है।
कहानी लिखने के नियम
कहानी लिखने के नियम कुछ इस प्रकार हैं:
- कहानी का चयन करें: आप एक विषय का चयन करें जिस पर आप कहानी लिखना चाहते हैं। एक दिलचस्प कहानी चुनने का सुनिश्चित करें जो पाठकों को दिलचस्प लगेगी।
- प्रेरणा लें: अपनी पसंदीदा लेखकों या कहानियों से प्रेरणा लें। यह आपकी कहानी के निर्माण में मदद करेगा।
- कहानी के पात्रों को विकसित करें: अपनी कहानी के पात्रों को जीवंत बनाएं। उन्हें विस्तार से वर्णन दें जिससे पाठक उनसे जुड़ सकें।
- योजना बनाएं: कहानी के लिए एक योजना बनाएं। एक बेहतरीन कहानी के लिए, आपको प्लॉट, कार्यक्रम, समस्या, समाधान और संधि के बारे में सोचना होगा।
- संवाद लिखें: अपनी कहानी में संवाद शामिल करें जो आपके पात्रों के चरित्र को विकसित करें और पाठकों के बीच जुड़ाव बनाएं।
- अच्छी शुरुआत करें: कहानी के शुरुआत में अपने पाठकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक रोमांचक स्थिति बनाएं।
- विवरण दें: कहानी को अधिक रूचिकर बनाने के लिए विवरणों का उपयोग करें। आप अपनी कहानी को विस्तृत और स्पष्ट बनाने के लिए नृत्य, दृश्य, आभास और भावनाओं का विवरण दे सकते हैं।
- शैली और टोन निर्धारित करें: कहानी के शैली और टोन का चयन करें। कहानी के पात्रों और विषय के अनुसार शैली को बदलना हो सकता है। आप भी अपनी कहानी को हास्यास्पद, दुखद या आकर्षक बनाने के लिए टोन का उपयोग कर सकते हैं।
- संपादन करें: कहानी को संपादित करें और त्रुटियों को ठीक करें। यह आपके पाठकों को आपकी कहानी को अधिक स्पष्ट और रोचक बनाने में मदद करेगा।
- समय बनाएं: कहानी लिखने के लिए पर्याप्त समय दें। कहानी लिखने के दौरान अपनी सूची बनाएं और नियमित रूप से लिखें।
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परिवर्तन करें: अपनी कहानी को समाप्त करने से पहले, इसे एक दिन के लिए छोड़ दें और फिर उसे पुनरावलोकन करें।
कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है?
कहानी लिखने का सही फॉर्मेट अलग-अलग विधाओं के अनुसार थोड़ा भिन्न होता है, लेकिन निम्नलिखित तत्वों को अपनाना चाहिए:
- प्रथम पंक्ति: प्रथम पंक्ति महत्वपूर्ण है जो आपके पाठकों को आकर्षित करती है। यह उन्हें बताती है कि आप अपनी कहानी में क्या बताना चाहते हैं।
- पात्रों की जानकारी: पात्रों के विवरण, उनके नाम, उम्र, लक्षण और उनकी स्थिति जैसी जानकारी आपके पाठकों को आपकी कहानी से जोड़ने में मदद करती है।
- प्लॉट विवरण: प्लॉट विवरण में आप अपनी कहानी का मुख्य विषय विवरण देते हैं। आप यहाँ बता सकते हैं कि कहानी क्यों महत्वपूर्ण है, क्या अंतरिक्ष में घटित हुआ, अगर यह एक संघर्ष की कहानी है तो आप बता सकते हैं कि कैसे पात्रों को इस संघर्ष से निपटना होगा।
- कहानी की भावनाओं का विवरण: कहानी की भावनाओं को विवरण देना महत्वपूर्ण है। इससे आपके पाठकों को आपकी कहानी में शामिल होने में मदद मिलती है।
- कहानी के अंत में नतीजा: कहानी के अंत में आपको अपनी कहानी का नतीजा बताना चाहिए। यह बताता है कि आपकी कहानी का मुख्य उद्देश्य क्या है और उससे क्या सीख मिलती है।
- समय: कहानी में समय एक महत्वपूर्ण तत्व है। आपको समय के अनुसार कहानी को वर्गीकृत करना चाहिए।
- दृश्य: कहानी में दृश्य बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको अपनी कहानी के लिए आकर्षक दृश्य लिखने चाहिए जो आपके पाठकों को अपनी कहानी में शामिल होने में मदद करें।
- भाषा: कहानी में भाषा का उपयोग सटीक होना चाहिए। आपको अपनी कहानी के लिए सटीक भाषा चुनना चाहिए जो आपके पाठकों के समझने में आसान हो।
- संरचना: कहानी में संरचना का उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको अपनी कहानी के लिए संरचना बनानी चाहिए जो आपकी कहानी को समझने में मदद करे।
- वर्णन: कहानी में वर्णन का उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको वर्णन के जरिए अपनी कहानी को जीवंत बनाना चाहिए और अपने पाठकों को आपकी कहानी में खींचने की कोशिश करनी चाहिए।
- चरित्र: कहानी में चरित्रों का विस्तारपूर्वक वर्णन करना चाहिए। आपके पाठक चरित्रों से जुड़े होते हैं, इसलिए आपको अपनी कहानी के चरित्रों को विस्तार से वर्णन करने की आवश्यकता है।
- पेंटिंग एक पारंपरिक उपकरण होता है, जो दृश्य का विवरण देने के लिए उपयोग किया जाता है। यह उपकरण आपकी कहानी को बढ़ाने में मदद करता है।
- उद्देश्य: अपनी कहानी का मुख्य उद्देश्य क्या है? आपकी कहानी के उद्देश्य को स्पष्ट करना आवश्यक है। यह आपकी कहानी को सफल बनाने में मदद करेगा।
ये सभी तत्व कहानी लिखने के सही फॉर्मेट के हिस्से होते हैं और इनका उपयोग आपकी कहानी को दर्शाने में और आपके पाठको को आकर्षित कर सकते हैं।
FAQs-
कहानी के कितने अंग होते हैं?
एक कहानी में आमतौर पर निम्नलिखित अंग होते हैं:
- प्रस्तावना: कहानी की प्रस्तावना में आपको अपनी कहानी की विषयवस्तु, समय, स्थान और पात्रों को पेश करना होता है। यह अंग आपकी कहानी के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह आपके पाठकों के ध्यान को आपकी कहानी में खींचने में मदद करता है।
- कथापात: इस अंग में आप अपनी कहानी का मुख्य घटना को प्रस्तुत करते हैं। यहां आप अपने पाठकों को उन लोगों या वस्तुओं के बारे में बताते हैं जो आपकी कहानी का मुख्य विषय हैं।
- पटकथा: यह अंग आपकी कहानी की केंद्रीय तथा समस्त उपयोगी जानकारी को उपयोग करके आपकी कहानी के प्रमुख लक्ष्य को प्रस्तुत करता है।
- संघर्ष: इस अंग में आप अपनी कहानी के प्रमुख पात्रों के सामने आ रहे संघर्षों को प्रस्तुत करते हैं। यह अंग आपकी कहानी को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- परिणाम: इस अंग में आप अपनी कहानी के नतीजों को पेश करते हैं।
- समाप्ति: इस अंग में आप अपनी कहानी को समाप्त करते हैं। यह आपके पाठकों को एक आखिरी संदेश देने और आपकी कहानी को समाप्त करने में मदद करता है। आप इस अंग में अपनी कहानी के सभी पात्रों की कहानियों को संगठित कर सकते हैं और उन्हें एक ही समानार्थी विषय पर ले जा सकते हैं।
- संवाद: संवाद आपकी कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करता है। इस अंग में आप अपने पात्रों के बीच संवाद को पेश करते हैं, जो आपकी कहानी के मुद्दों को समझने में उन्हें मदद करता है।
- वर्णन: इस अंग में आप अपनी कहानी के स्थान, पात्र, आभूषण और आवाजों का विवरण देते हैं। यह आपकी कहानी को वास्तविक बनाने में मदद करता है।
ये अंग केवल एक आम ढंग से हैं और आप इन्हें अपनी कहानी के आधार पर समझाव। जब आप अपनी कहानी लिखते हैं, तो आप इन सभी अंगों को अपनी कहानी में उपयोग करने के लिए समझ सकते हैं ताकि आपकी कहानी के पाठकों को आपके द्वारा दिए गए संदेश को समझ सके।
कहानी कितने प्रकार के होती हैं?
कहानियां अनेक प्रकार की होती हैं, लेकिन यह उनकी समझदारी और उनके मुख्य मोटीव के आधार पर वर्गीकृत की जा सकती हैं। कुछ प्रमुख कहानी की वर्गीकरण निम्नलिखित हैं:
- लघुकथा: यह छोटी कहानियां होती हैं जो एक छोटे समय में होती हैं और अक्सर एक लम्बे विषय को संक्षिप्त रूप से व्यक्त करती हैं। ये कहानियां अक्सर एक मोटीव या संदेश को सामने रखती हैं।
- उपन्यास: यह एक बहुत बड़ी कहानी होती है जो कई चरित्रों और विषयों को संबोधित करती है। ये कहानियां अक्सर बहुत लंबी होती हैं और उनके विभिन्न अंगों में कई उलझनें और पटकथाएं होती हैं।
- शोर्ट स्टोरी: इस तरह की कहानी लघुकथा और उपन्यास के बीच की होती है। ये एक छोटी कहानी होती है जो एक मुख्य विषय पर ध्यान केंद्रित होती है और उसे संगठित रूप से पेश करती है।
- बाल कहानी: ये कहानियां बच्चों के लिए लिखी जाती हैं और बच्चों को शिक्षा देने के लिए बनाई जाती हैं।
- आत्मकथा: इसमें एक व्यक्ति अपने जीवन की कहानी बताता है। यह उनके जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं, उनके अनुभवों और सीखों पर ध्यान केंद्रित करती है।
- वैज्ञानिक कहानी: यह उनकी कहानियों से संबंधित होती है जो विज्ञान, तकनीक या अन्य विषयों पर आधारित होती हैं। ये कहानियां विज्ञान के विषयों के बारे में समझाने, लोगों को प्रेरित करने और विज्ञान के विषयों को संभवतः रोचक बनाने के लिए लिखी जाती हैं।
- भूतपूर्व कहानी: ये कहानियां असाधारण या रहस्यमय होती हैं जो आकर्षक अंगों, आश्चर्यजनक या डरावनी घटनाओं और अनुभवों का उल्लेख करती हैं।
- रोमांस कहानी: ये कहानियां जोड़ों के बीच के प्यार और रिश्तों पर ध्यान केंद्रित करती हैं। ये कहानियां उनकी प्रतिक्रियाओं, अनुभवों और अंदरूनी विचारों को व्यक्त करती हैं।
- हास्य कहानी: ये कहानियां मजाकिया होती हैं और लोगों को हंसाने के लिए लिखी जाती हैं।
- संदर्भ कहानी: इसमें किसी व्यक्ति या समूह की एक घटना या अनुभव का वर्णन होता है। इस प्रकार की कहानियां संदर्भ या उदाहरण के रूप में उपयोग में आती हैं।
- विज्ञान फिक्शन: यह कहानियां आधुनिक विज्ञान और तकनीकी प्रगति को ध्यान में रखती हैं। इन कहानियों में विज्ञान और तकनीक के नए अविष्कारों और तथ्यों का उल्लेख होता है जो भविष्य में संभव हो सकते हैं।
- इतिहास कहानी: यह कहानियां इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व से जुड़ी होती हैं। इनमें अतीत की घटनाओं, व्यक्तियों और स्थानों के वर्णन होते हैं जो लोगों के विचारों, भावनाओं और संस्कृति को समझाने में मदद करते हैं।
- धारावाहिक कहानी: इस प्रकार की कहानियां कई भागों में बंटी होती हैं जो एक संबंधित विषय पर आधारित होती हैं। इस प्रकार की कहानियां टीवी शो और वेब सीरीज के रूप में भी प्रसिद्ध होती हैं।
- सामाजिक कहानी: यह कहानियां समाज के विभिन्न मुद्दों को उठाती हैं। इनमें समाज की उत्पीड़न, न्याय, समाज में समानता, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर विचार किया जाता है।
- फैंटेसी कहानी: इस प्रकार की कहानियां कल्पना से जुड़ी होती हैं। इनमें मानव जीवन से अलग लोकों, प्राणियों, रचनात्मक तत्वों और शक्तियों के वर्णन होते हैं।
- व्यंग्यात्मक कहानी: इस प्रकार की कहानियां व्यंग्य, हास्य, आइरोनी, सार्कास्टिक और अलंकारिक तरीकों से भरी होती हैं।
- मिश्रित कहानी: इस प्रकार की कहानियां अलग-अलग विषयों को एक साथ मिश्रित करती हैं। इनमें प्यार, रोमांस, विज्ञान, धर्म, नैतिकता, सामाजिक मुद्दे आदि जैसे अनेक विषयों का संगम होता है।
- भूतिया कहानी: इस प्रकार की कहानियां आत्माओं, भूतों और रहस्यमय घटनाओं से जुड़ी होती हैं। इनमें सामान्य लोगों का दुनिया से संघर्ष और अजीबोगरीब तत्वों का वर्णन होता है।
- वास्तविक कहानी: इस प्रकार की कहानियां वास्तविक घटनाओं पर आधारित होती हैं। इनमें व्यक्तियों, समाज और देश के इतिहास से जुड़े मुद्दे, संघर्ष और अन्य वास्तविक मुद्दे शामिल होते हैं।
- अनुवादित कहानी: इस प्रकार की कहानियां एक भाषा से दूसरी भाषा में अनुवादित की जाती हैं। इनमें विभिन्न भाषाओं के बीच संसार और भिन्न संस्कृतियों को जोड़ने का प्रयास किया जाता है।
- वार्तालापमय कहानी: इस प्रकार की कहानियां चरित्रों के बीच वार्तालापों से भरी होती हैं। इनमें बातचीत अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और उससे कहानी को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
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फिल्मी कहानी: इस प्रकार की कहानियां फिल्मों की तरह होती हैं। इनमें रोमांस, रहस्य, थ्रिलर, कार्रवाई, भयानक संघर्ष आदि जैसे विषयों पर विचार किया जाता है।
Conclusion
तो दोस्तो हमें उम्मीद है, हमने जो आपको कहानी लिखने के नियम क्या है, कहानी लिखने का सही फॉर्मेट क्या है एवं कहानी लिखते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए उसकी जानकारी दी है, वो आपको पसंद आई होगी।
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