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तैयब मेहता का जीवन परिचय | Tyeb Mehta Biography in Hindi

तैयब मेहता का जीवन परिचय | Tyeb Mehta Biography in Hindi
तैयब मेहता का जीवन परिचय | Tyeb Mehta Biography in Hindi

तैयब मेहता का जीवन परिचय (Tyeb Mehta Biography in Hindi)

तैयब मेहता का जीवन परिचय | Tyeb Mehta Biography in Hindi- तैयब मेहता एक जाने-माने भारतीय कलाकार हैं। इनका व्यक्तित्व बहुआयामी है। ये एक शानदार फिल्म निर्माता होने के साथ ही विश्व स्तरीय चित्रकार भी हैं। किसी भी भारतीय चित्रकार की कृति को सर्वोत्तम मूल्य मिलने का प्रश्न है तो तैयब मेहता की कलाकृति सर्वाधिक मूल्य पर बेची गई है। दिसंबर, 2005 में तैयब मेहता की पेंटिंग ‘गेस्चर’ को ‘ओशियन ऑक्शन’ में 31 मिलियन रुपयों में खरीदा गया था।

तैयब मेहता
 
तैयब मेहता.जेपीजी  
जन्म 26 जुलाई 1925 [1]

कपडवंज , गुजरात, भारत
 
मृत 2 जुलाई 2009 (आयु 83) [2]

मुंबई, भारत
 
राष्ट्रीयता भारतीय  
शिक्षा सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट (1952)  
के लिए जाना जाता है चित्रकारी  
उल्लेखनीय कार्य उत्सव
काली
 
पुरस्कार कालिदास सम्मान (1988)
पद्म भूषण (2007)
 

तैयब मेहता का जन्म 26 जुलाई, 1925 को कपाडवंज, गुजरात में हुआ । आरंभ में इन्होंने फिल्म संपादन का कार्य सिनेमा प्रयोगशाला में किया। तथापि इनकी अभिरुचि ही थी, जिसने इन्हें चित्रकला के शौक की पूर्ति हेतु जे. जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स मुंबई पहुंचा दिया। यहां इन्होंने 1947 से 1952 तक अध्ययन किया। इस स्कूल में रहते हुए तैयब मेहता का परिचय अकबर पद्मसी के साथ हुआ, जो प्रगाढ़ होता चला गया। अकबर पद्मसी ‘प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप’ की बेहतरी के लिए मददगार की भांति जुड़े हुए थे।

1954 में तैयब मेहता चार माह के लिए लंदन और पेरिस गए, भारत लौटने के पश्चात् इन्होंने चित्रकारी और मूर्तिकला पर अपने कार्यों को गति दी । इन्होंने अनगिनत समूह प्रदर्शनियों में भाग लिया और 1959 में जहांगीर कला दीर्घा, मुंबई में अपनी ड्राइंस, पेंटिंग्स और मूर्तिकला की एकल प्रदर्शनी का आयोजन किया। 1959 से 1965 तक इन्होंने लंदन में प्रवास करते हुए ही कार्य किया।

भारत लौटने के पश्चात् तैयब मेहता 1965 से 1968 तक दिल्ली में रहे । 1968 में ये ‘राकफैलर फैलोशिप’ के तहत अमेरिका गए। तैयब मेहता ने फिल्मों के लिए भी कार्य किया। इनकी फिल्म ‘कुदाल’ को फिल्म फेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड 1970 में प्राप्त हुआ था। 1980 में इनके द्वारा एक ऐसे कलाकार की भूमिका का निर्वहन किया गया, जो शांतिनिकेतन में रहता था।

तैयब मेहता ने कुछ अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनों में भाग लिया। जैसे, ‘दस सम- सामयिक भारतीय चित्रकार’ शीर्षक से अमेरिका के ट्रेनटन शहर में आयोजित हुआ प्रदर्शन। इस प्रकार 1994 तक इन्होंने ऐसे कई अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनों में भागीदारी की गई।

तैयब मेहता का वृहद कार्य छह दशकों तक किया जाता रहा और इस कारण आधुनिक भारतीय कला में इनका नाम महान कलाकार के रूप में लिया जाता है। मानवीय परिस्थितियों के संदर्भ में इनकी कलाकृतियां अनुत्तरित प्रश्न करती प्रतीत होती हैं, जिनका उत्तर कहीं दिया जा सकता।

मध्य प्रदेश सरकार ने 1988 में इन्हें कालिदास सम्मान से पुरस्कृत किया था।

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Anjali Yadav

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