व्यावसायिक निर्देशन तथा व्यावसायिक चयन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
व्यावसायिक निर्देशन तथा व्यावसायिक चयन में अन्तर
व्यावसायिक निर्देशन तथा व्यावसायिक चयन में निम्नलिखित भेद हैं-
1. व्यावसायिक निर्देशन का विशेष महत्व शिक्षा के क्षेत्र में है, जबकि व्यावसायिक चयन की आवश्यकता औद्योगिक क्षेत्र में पड़ती है।
2. निर्देशन के अन्तर्गत अधिकांश रूप में अभियोग्यता तथा भावी योग्यताओं को जानने का प्रयास किया जाता है, किन्तु चयन में वर्तमान योग्यताओं को जानने का प्रयास किया जाता है।
3. निर्देशन में कर्मचारी का विश्लेषण किया जाता है, परन्तु चयन में कार्य का विश्लेषण किया जाता है।
4. दोनों निर्देशन का एक ही लक्ष्य है कि व्यक्ति को उपयुक्त कार्य मिले तथा कार्य को उपयुक्त व्यक्ति मिले।
5. व्यावसायिक निर्देशन की आवश्यकता बाद में पड़ती है। जब व्यक्ति किसी व्यवसाय के लिए पूर्ण रूप से परिपक्व हो जाता है तो उसके बाद से ही उसे व्यावसायिक निर्देशन की आवश्यकता पड़ती है।
6. स्मिथ के अनुसार, व्यावसायिक निर्देशन में पहले व्यक्ति निर्धारित कर लिया जाता है, फिर कार्यों को खोजा जाता है, जबकि व्यावसायिक चयन में पहले कार्य निर्धारित कर लिया जाता है और तब व्यक्ति को खोजा जाता है। इसलिए निर्देशन में किसी व्यक्ति के लिए उचित कार्य निर्धारित किया जाता है और चयन में किसी कार्य के लिए उचित व्यक्ति को चुना जाता है।
7. व्यावसायिक चयन की अपेक्षा व्यावसायिक निर्देशन का क्षेत्र व्यापक है। निर्देशन के लिए किसी व्यक्ति की समस्त सम्भावित योग्यताओं का मापन होता है, किन्तु चयन में मात्र उन्हीं योग्यताओं का मापन होता है, जिनका किसी एक व्यवसाय से सम्बन्ध होता है-
8. व्यावसायिक निर्देशन में व्यक्ति को ऐसा बनाया जाता है, जहाँ वह अधिक से अधिक सफलता प्राप्त कर सकता है। व्यावसायिक चयन में किसी ऐसे व्यक्ति का चयन किया जाता है, जिससे उस व्यवसाय में अधिक से अधिक उत्पादन हो सके।
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